इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम के तहत ऊना में उद्योगों को दिए 17.34 करोड़ रुपए

Spread with love

जिला ऊना में बैंकों ने 1399.61 करोड़ रुपए के ऋण किए वितरित

ऊना। कोरोना संकट से प्रभावित सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्योगों (एमएसएमई) की मदद के लिए आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना के तहत जिला ऊना में 17.34 करोड़ रुपए प्रदान किए गए।

यह जानकारी उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने जिला सलाहकार समिति की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने योजना के माध्यम से 9.25 प्रतिशत की रियायती दर पर एमएसएमई को अतिरिक्त लोन देने की बात कही है ताकि कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था को दोबारा से पटरी पर लाया जा सके, जिससे लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकें।

बैठक में डीसी संदीप कुमार ने कहा कि ज़िला के बैंकों ने मार्च 2020 तक 1865 करोड़ रुपए के ऋण के वार्षिक लक्ष्य के बदले 1399.61 करोड़ के ऋण वितरित किए। वहीं बैंकों की जमा राशि 9475.20 करोड़ हो गई है तथा इसमें 13.47% वार्षिक दर से वृद्धि हुई है। जिला का ऋण-जमा अनुपात वर्ष में 38.52% से बढ़ कर 39.03% हो गया है। उन्होंने कहा कि बैंकों को ऋण-जमा अनुपात सुधारने हेतु बैंकों और सरकारी विभागों को भरसक प्रयत्न करने चाहिए।

उपायुक्त ने बैंकों को निर्देश दिए कि सभी लोगों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना के बारे में जानकारी दें और उन्हें इन योजनाओं के साथ जोड़ें। गरीब और जरूरतमंद लोगों को ऋण देने को बैंक प्राथमिकता दें। उन्होंने सभी बैंकों को हर माह दो वित्तीय साक्षरता कैंप लगाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से एटीएम के बाहर भी सीसीटीवी कैमरा लगाने को कहा।

54,209 कृषि कार्ड किसानों को दिए

उपायुक्त ने कहा कि ज़िला में बैंकों ने 31 मार्च 2020 तक 54,209 कृषि कार्ड किसानों को बांटे हैं तथा मार्च तिमाही में बैंकों ने 1032 कृषि कार्ड किसानों को दिए। बैंकों का कृषि ऋण 1294.25 करोड़ है जो कि कुल ऋणों का 35% है।

पंजाब नेशनल बैंक हमीरपुर मंडल के प्रमुख विनिश चावला ने बैंकों को वार्षिक ऋण योजना के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्यों को समय पर प्राप्त करने का अनुरोध किया, ताकि लोगों की आर्थिक जरूरतों कों पूरा किया जा सके। वहीं मुख्य अग्रणी बैंक प्रबंधक जय पाल भनोट ने अधिक से अधिक कृषि कार्ड बांटने, कृषि औजारों हेतु ऋण प्रदान करने तथा लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया।

आरसेटी निदेशक राज कुमार डोगरा ने कहा कि इंस्टीट्यूट द्वारा चौथी तिमाही में 122 बेरोजगार युवक व युवतियों को विभिन व्यवसाओं हेतु प्रशिक्षित किया गया है।

नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक अरुण कुमार ने बैठक में शामिल सदस्यों को स्वयं सहायता समूह तथा नए किसान क्लब बनाने का अनुरोध किया।

बैठक में जिला विकास अधिकारी भारतीय रिजर्व बैंक संजीव मांडिया सहित विभिन्न बैंकों के जिला समन्वयकों तथा अधिकारियों ने भाग लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: