शिमला। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा आदर्श केन्द्रीय कारागार कंडा शिमला में आध्यात्मिक प्रवचन एवं भजन संकीर्तन कार्यक्रम में श्री आशुतोष महाराज के शिष्य स्वामी धीरानंद ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जिस देश में सबसे अधिक युवा हैं, लेकिन अधिकतर युवा पथभ्रष्ट हो चुके हैं।
आज का युवा नशे की दलदल में फंसकर अपना जीवन व्यर्थ गवा रहे हैं जो बहुत ही चिंताजनक है। स्वामी जी ने युवा बन्दी भाईयों को समझाते हुए कहा कि हमें प्रभु के नाम का नशा करना चाहिए जिस नशे को करने के बाद किसी और नशे की जरूरत नहीं होती।
इस अवसर पर साध्वी अनुपमा भारती ने राष्ट्रभगति एवम् प्रेरणादायक गीतों का गायन किया। साध्वी कात्यायनी भारती ने अपने विचारों में कहा कि जब जीवन में पूर्ण गुरु की प्राप्ति होती है तो हमें ध्यान मार्ग की प्राप्ति होती है।
नियमित ध्यान करने से हम सभी मानसिक चिंताओं से मुक्त हो सकते हैं। जेल अधीक्षक जय गोपाल लोदटा एवं जेल उपअधीक्षक संजीव परमार ने संस्थान के जेल सुधार कार्यक्रम की सराहना की। कार्यक्रम के बाद बन्दी भाईयों के लिए ध्यान शिविर का आयोजन भी किया गया।