शिमला। लोकसभा सांसद एंव पूर्व केन्द्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आज पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी का एकमात्र लक्ष्य समाज के सभी वर्गों का सर्वागीण विकास है। उच्चतम न्यायलय द्वारा EWS के विषय में हालिया निर्णय भारतीय जनता पार्टी के विचार को परिलक्षित करता है।
उन्होंने कहा कि आज़ाद भारत के इतिहास में पहले कभी भी महिलाओं के लिए अलग संकल्प पत्र जारी नहीं किया गया। भारतीय जनता पार्टी ने हिमाचल में इतिहास रचते हुए यह कार्य किया है जो महिला सशक्तिकरण के लिए भाजपा की प्रतिबद्धता को दर्शाता हैं। इसमें सभी महिलाओं के लिए समान अवसर और समाज में उनकी बराबर की भागीदारी सुनिश्चित करने का संकल्प है।
रवि शंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि चुनावी राज्य हिमाचल में राहुल गांधी और सोनिया गांधी का ना आना क्या दर्शाता है और हिमाचल से उनकी बेरूखी का क्या कारण है। राहुल गांधी और उनकी माता हिमाचल को गंभीरता से नहीं लेते हैं।
उनके लिए हिमाचल केवल छुट्टियों का स्थान है और यहां के विकास से उनका कोई लेना – देना नहीं है। इसके विपरित भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व हिमाचल के विकास के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है और प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, गृह मंत्री अन्य केन्द्रीय मंत्री तथा विभिन्न प्रदेशों के मुख्यमंत्री हिमाचल में लगातार दौरा कर रहे हैं।
उन्होनें कहा कि भाजपा के संकल्प पत्र में सुशासन और सनातन की चिंता एक साथ की गई है। भारतीय जनता पार्टी शक्ति कार्यक्रम शुरू करेगी, जिसमें 10 वर्षों में 12 हजार करोड़ का निवेश करके सभी बडे़ मंदिरों और शक्तिपीठोें में आधारभुत संरचना और सड़क मार्ग को सुदृढ किया जाएगा। यह अपने आप अद्वितीय है।
इससे न केवल हिमाचल में निवेश आएगा बल्कि रोजगार और विकास के द्वार भी खुलेंगे। हिमाचल प्रदेश देव भूमि के नाम से जाना जाता हैं इसलिए हिमाचल में धार्मिक मानकों की चिंता करना और उस पर कार्य करना भारतीय जनता पार्टी का हिमाचल की संस्कृति और पंरपराओं के प्रति सम्मान का परिचायक हैं।
रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भाजपा की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ रिवाज बदलते हुए फिर से सता में वापिस आ रही है।