जसवां परागपुर में 209.51 करोड़ से हुआ सड़कों व पुलों का निर्माण : बिक्रम ठाकुर

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देहरा। हिमाचल प्रदेश के अस्तित्व में आने के बाद से जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र में जितने विकास कार्य हुए उससे अधिक केवल जयराम सरकार के 5 वर्षों के कार्यकाल में हुए। सरड़ डोगरी में 5.5 करोड़ की लागत से बने पुल के उद्द्याटन के बाद स्थानीय लोगों द्वारा आयोजि अभिनंदन कार्यक्रम में उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने यह शब्द कहे।

उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष फरवरी माह में उनके द्वारा इस पुल का शिलान्यास किया गया और इस वर्ष 17 मई को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर द्वारा इसका उद्द्याटन कर क्षेत्र की जनता को समर्पित किया गया। उन्होंने कहा कि यह पुल क्षेत्र के लोगों के लिए जीवन रेखा के समान है। इस पुल के बनने से पूर्व हर वर्ष बरसातों में लोग तो दूर बड़ी गाड़ियों तक को खड्ड पार करना असम्भव हो जाता था।

लगभग एक-दो महिनों के लिए खड्ड के आर और पार के अनेक गांवों के लोग आवाजाही के लिए लाचार हो जाते थे और यह स्थिति पिछले 70 वर्षों से ऐसे ही बनी हुई थी। उन्होंने कहा कि इन सभी लोगों के कष्ट और दर्द को किसी ने समझा तो वह जयराम सरकार ने समझा। जिसने एक वर्ष के भीतर 5.5 करोड़ की लागत से ऐसा पुल लोगों को बना के दिया, जिससे आज बसें भी गुजरती हैं।

इसी प्रकार पूरे जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र में सड़कों और पुलों का निर्माण ऐसी गति और स्तर से हुआ है जिसकी कल्पना भी शायद किसी ने नहीं की थी। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि हर दुख और संकट का समय उन्होंने जसवां परागपुर की जनता के साथ काटा है। इसलिए यहां की समस्याओं से वह भलिभांति परिचित हैं।

उन्होंने कहा कि संसारपुर टैरेस से अलोह पुणनी तक लगभग 100 किलोमिटर तक फैले उनके विधानसभा क्षेत्र को हर सुविधा उपलब्ध करवाने का उन्होंने संकल्प लिया है। जिसके फलस्वरूप उनके वर्तमान कार्यकाल में केवल सड़कों और पुलों के निर्माण में ही 209.51 करोड़ रूपये व्यय किए जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र में मुख्य मार्गों को तो उत्कृष्ट बनाया ही गया अपितु ऐसे-ऐसे स्थानों में भी सड़कों का निमार्ण किया गया जिसके बारे में काई कभी सोचता भी नहीं था। कार्यक्रम में सरड़ डोगरी के लोगों ने इन विकास कार्यों के लिए उद्योग मंत्री का कृतज्ञता पूर्वक आभार व्यक्त किया।

इसके बाद उद्योग मंत्री ने सरड़ बम्मी में जनसंवाद स्थापित करते हुए विस्तार से जनसमस्याओं को सुना। इस अवसर पर जनसमस्याओं को सुनते हुए उन्होंने अधिकत्म का मौके पर निवारण किया तथा शेष के समयबद्ध निवारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।

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