हमीरपुर 17 जून, 2020। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने भारत-चीन की सीमा पर शुरू हुए संघर्ष को लेकर केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि वह इस मामले पर सख्त रुख अख्तियार करे।
उन्होंने कहा कि जब-जब देश की सीमाओं पर संकट आया है, तब-तब हिमाचली जांबाज वीरों ने अपनी शाहदत देकर प्रदेश के फौलादी हौसलों से देश को रूबरू करवाया है और अब भारत-चीन सीमा पर शुरू हुए संघर्ष में हमीरपुर के भोरंज के 21 वर्षीय जांबाज योद्धा ने सीमा पर अपने शौर्य व पराक्रम का परिचय देते हुए देश के लिए शहादत देकर फिर हिमाचली वीरता को साबित किया है।
राणा ने कहा कि देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले इस वीर सपूत की शहादत का महत्व केंद्र सरकार समझे, क्योंकि जब-जब देश पर संकट आया है, तब-तब हिमाचली सूरमाओं ने देश की सीमाओं पर अपने प्राणों को न्यौच्छावर करके देश की सीमाओं को महफूज रखा है।
राणा ने कहा कि हिमाचल की जनता अभी तक देश के पूर्व रक्षा मंत्री के उस बयान को भूली नहीं हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि जिस दिन प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने की जानकारी पाकिस्तान व चीन को मिल जाएगी उसके बाद उनकी हिम्मत नहीं होगी कि वह भारत की ओर आंख उठाकर देख सकें।
राणा ने याद दिलाया है कि अब जब चीन ने हिमाकत कर दी है और पाकिस्तान भी रोज अपनी जुर्रत दिखा रहा है और उधर नेपाल रोज आंखें दिखा रहा है। ऐसे में अब केंद्र सरकार को अपने वायदे पर कायम रहते हुए सख्त रुख अपनाने की जरुरत है।
उन्होंने कहा कि चीन के परोक्ष व प्रत्यक्ष संघर्ष में हिमाचल पर सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है। क्योंकि आधे से ज्यादा हिमाचल की सीमा चीन के साथ सटी हुई है। ऐसे में हिमाचल की रक्षा और सुरक्षा को लेकर भी केंद्र सरकार को गंभीर होने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े दावे व बड़ी-बड़ी बातें सिर्फ जनादेश लेने के लिए न की जाएं। अब उन वायदों व इरादों पर खरा उतरने की हिम्मत केंद्र सरकार दिखाए। राणा ने कहा कि सरकार देश की जनता को सपष्ट करे कि क्या चीन ने सीमा पर अतिक्रमण कर लिया है?