हमीरपुर। उपायुक्त हरिकेश मीणा ने कहा है कि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का लाभ उठाकर युवा अपना उद्यम स्थापित करके न केवल स्वयं के लिए रोजगार पैदा कर सकते हैं, बल्कि कई अन्य युवाओं को भी रोजगार के अवसर मुहैया करवा सकते हैं।
जिला के युवाओं को प्रदेश सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ उठाना चाहिए। वीरवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना तथा स्टार्टअप हिमाचल योजना के लाभार्थियों के संवाद कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद उपायुक्त ने यह अपील की।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान उपायुक्त ने मुख्यमंत्री को जिला में मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना तथा स्टार्टअप हिमाचल योजना की प्रगति की जानकारी दी तथा इन योजनाओं से संबंधित महत्वपूर्ण सुझाव भी रखे। इस कार्यक्रम में दोनों योजनाओं के लाभार्थियों ने भी मुख्यमंत्री से सीधा संवाद किया तथा अपने अनुभव साझा किए।
उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत जिला में अभी तक लाभार्थियों को तीन करोड़ 60 लाख रुपये की सब्सिडी दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि स्वावलंबन योजना के प्रस्तावों को जिला स्तरीय समिति अतिशीघ्र अनुमति प्रदान करती है और जिला में सभी बैंकों को भी इन मामलों में अनावश्यक विलंब न करने के निर्देश दिए गए हैं।
उपायुक्त ने कहा कि जिला में हमीरपुर में दूध उत्पादन व अन्य क्षेत्रों में भी स्वरोजगार की अच्छी संभावनाएं हैं। इनसे संबंधित व्यावसायिक गतिविधियों को भी स्वावलंबन योजना में शामिल किया जाना चाहिए।
उपायुक्त ने बताया कि कोरोना संकट में बाहरी राज्यों से आए जिला के युवाओं का एक डाटाबेस तैयार किया जा रहा है तथा योगयता एवं दक्षता के अनुसार उनकी मैपिंग की जा रही है। अभी तक ऐसे लगभग 3700 लोगों की मैपिंग की जा चुकी है।
अपनी योगयता एवं दक्षता के अनुसार ये युवा लगभग 40 अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर सकते हैं या अपना कारोबार आरंभ कर सकते हैं। उपायुक्त ने कहा कि बाहर से आए इन युवाओं का डाटा जिला के उद्यमियों से भी साझा किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को उनकी योगयता के अनुसार रोजगार मिल सके। इस अवसर पर स्वावलंबन योजना के लाभार्थी आर्यन कटोच ने मुख्यमंत्री के साथ अपने अनुभव साझा किए।
मुख्यमंत्री के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद उपायुक्त ने नए युवा उद्यमियों से बातचीत की और उनके कारोबार से संबंधित जानकारी ली।
उपायुक्त ने कहा कि कोरोना संकट में बाहरी राज्यों से आए दक्ष युवाओं के पुनर्वास में स्थानीय उद्यमी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। इससे इन युवाओं को उनके घर के पास ही रोजगार उपलब्ध होगा और स्थानीय उद्यमियों को भी प्रशिक्षित एवं दक्ष कर्मचारी मिलेंगे।