प्रदेश सरकार के पास न तो कोई विजन और न ही काम करने का तर्जुबा: राणा

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सुजानपुर, 3 मई,2020। घर जाने के लिए सपरिवार हिमाचल भवन पहुंचे हिमाचलियों को वहां से बैरंग लौटने पर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने सरकार को आड़े हाथ लिया है ।

उन्होंने कहा क्या सरकार इस तरह प्रदेश के लोगों को आफत में डालकर उनके मददगार होने का दम भर रही है और संवेदनशील प्रशासन की दुहाई दे रही है।

उन्होंने कहा कि हिमाचल भवन चंडीगढ़ में आज हिमाचल के लोगों से जो सलूक हुआ, वह अत्यंत शर्मनाक है।

प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए राजेंद्र राणा ने कहा कि हर मोर्चे पर विफल रही प्रदेश सरकार के पास न तो कोई विजन है और न ही काम करने का तर्जुबा है।

परिपक्वता की इतनी कमी झलक रही है कि जन हित के निर्णय भी सही ढंग से नहीं ले पा रही है। ऐसा लगता है कि आंखों पर पट्टी बांधकर वाही वाही लूटने का शौक सरकार पर ज्यादा चढ़ा है लेकिन धरातल पर व्यवस्थाएं हांफ रही हैं ।

जारी प्रेस विज्ञप्ति में राजेंद्र राणा ने कहा कि चंडीगढ़ में तैनात किए गए प्रदेश सरकार के 3 नोडल अधिकारियों के सांझा हस्ताक्षर से एक पत्र सर्कुलेट करके 3 मई को कांगड़ा, चम्बा, ऊना व हमीरपुर के चंडीगढ़ व आसपास के इलाकों में रहने वाले हिमाचल के लोगों को हिमाचल भवन पहुंचने का सरकार की ओर से आह्वान किया गया था, ताकि पहले आओ, पहले सेवा पाओ के आधार पर उन्हें परिवहन निगम की बसों में उनके घर भेजा जाए ।

चंडीगढ़ व इसके आसपास के क्षेत्रों में पिछले डेढ़ महीने से फंसे हिमाचल के लोगों के पास सोशल मीडिया के जरिए जैसे ही इन अधिकारियों का यह पत्र पहुंचा तो परिवहन साधनों के अभाव में लोग अपने परिवार सहित 10-20 किलोमीटर दूर से पैदल ही हिमाचल भवन पहुंच गए लेकिन वहां सैंकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों के लिए कोई पर्याप्त व्यवस्था ही नहीं की गई थी।

प्रशासन ने पहले ही परेशान लोगों पर पुलिस बल का इस्तेमाल करने में भी कोई हिचकिचाहट नहीं दिखाई तथा फरमान सुना दिया कि पहले विद्यार्थियों को घर भेजने की व्यवस्था की जाएगी।

राजेंद्र राणा ने सवाल किया कि अगर विद्यार्थियों को ही पहले भेजना था तो वहां पर लाॅकडाऊन के बीच सबको बुलाया ही क्यों गया। उन्होंने कहा क्या सरकार इस तरह सबकी मददगार बनने का दम भर रही है ।

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