हमीरपुर 21 जून, 2020। कोविड-19 के साथ आर्थिक बदहाली से जूझ रहे प्रदेश के परिवारों के मरीजों को माकूल उपचार न मिल पाने के कारण उनकी जान पर जोखिम बना हुआ है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है।
राणा ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते आम मरीज व गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीज बुरी तरह प्रभावित हुए हैं क्योंकि कोविड-19 वायरस की जद्दोजहद में प्रदेश का कोई भी अस्पताल आम मरीजों पर ध्यान नहीं दे पा रहा है जिस कारण से मौजूदा दौर में न तो गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को और न ही आम बीमारी वाले मरीजों को माकूल उपचार मिल रहा है।
राणा ने कहा कि वह पहले भी इस मामले पर बात कर चुके हैं, लेकिन कोविड-19 संकट की आड़ में सरकार बीमारों की मुख्य समस्या की ओर अभी तक ध्यान नहीं दे पाई है।
राणा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि बीमारों की इस समस्या को तत्काल प्रभाव एड्रेस करें। उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में कोरोना महामारी की भीषणता से इन्कार नहीं किया जा सकता है, लेकिन ऐसे में प्रदेश के बीमार लोगों को सही उपचार मिलना भी जरूरी है।
राणा ने कहा कि ऐसे में जब कोविड-19 की चपेट में आए मरीजों का इलाज प्रदेश के कोविड सेंटरों में हो रहा है, तो सरकार सुनिश्चित करे कि आम मरीजों को उपचार मिलने में कोई दिक्कत न हो। राणा ने कहा कि प्रदेश भर से मिली प्रतिक्रिया यह बता रही है कि कोरोना की आड़ में बीमारों व बुजुर्गों को उपचार न मिलने के कारण वह भारी दिक्कत में हैं।
राणा ने कहा कि ऐसे में जब लॉकडाउन के बाद पूरा प्रदेश कोरोना की दहशत के बीच आर्थिक संकट से जूझ रहा है तो इस दौर में अब बीमारों को इलाज न मिल पाने के कारण प्रदेश की जनता एक नए संकट व तनाव से गुजरने लगी है।
उन्होंने कहा कि सरकार इस गंभीर हो रही समस्या के निदान के लिए अभी से कोई प्रभावी कदम उठाए, ताकि प्रदेश में बीमारों व बुजुर्गों को और परेशानी न हो।