हमीरपुर। भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि वे सीसीटीवी की तरह उन लोगों पर नजर रख रहे हैं जो दिन के उजाले में कहीं हैं और रात में कहीं है। आप लोगों पर नजर रखना छोड़िए। सत्ता से जाते-जाते अगर नजर रखनी है तो बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी पर रखिए और इसका हल निकालें। यह बात हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया अध्यक्ष एवं प्रवक्ता अभिषेक राणा ने कही।
अभिषेक ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता को 2017 के विधानसभा चुनावों में गुमराह किया गया था और अब उनके शुभचिंतक उन्हें धौलासिद्ध प्रोजेक्ट को लेकर भी गुमराह कर रहे हैं। उन्हें बताया जा रहा है कि कांग्रेस धौलासिद्ध प्रोजेक्ट के खिलाफ है। लेकिन मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि कांग्रेस धौलासिद्ध प्रोजेक्ट के खिलाफ नहीं है। इस प्रोजेक्ट में एसजेवीएन और ऋत्विक कंपनी द्वारा रोजगार, खनन या जमीन खरीद में जो धांधली हुई है, हम उसके खिलाफ हैं।
अभिषेक ने कहा कि प्रोजेक्ट के खिलाफ होना और प्रोजेक्ट में चल रही धांधलियों के खिलाफ होना, दोनो में अंतर है जिसे भाजपा के वरिष्ठ नेता को समझने की आवश्यकता है। धौलासिद्ध प्रोजेक्ट के चलते जिन लोगों की जमीन गई, जो लोग प्रभावित हुए , रोजगार उन्हें मिलना चाहिए था। लेकिन स्थानीयों के बजाय जो बाहरी लोगों को रोजगार दिया जा रहा है, उसपर भाजपा नेता खामोश क्यों हैं?
अभिषेक ने आगे कहा कि मौजूदा समय में बेरोजगारी चरम पर है, भाजपा नेता ये क्यों नहीं बताते कि उनकी सरकार ने कितने लोगों को रोजगार दिया। आज भी भाजपा के नेता कह रहे हैं कि सीसीटीवी लगाकर सब पर पैनी नजर रखेंगे। यदि नजर रखनी ही है तो उन्हें बढ़ती महंगाई पर रखनी चाहिए, बेरोजगारी पर रखनी चाहिए।
अभिषेक ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आज जहां महंगाई और रोजगार जैसे असली मुद्दों पर लड़ाई लड़ रही है। वहीं भाजपा नेता अब गांव-गांव जाकर अपने जुमलों पर चर्चा कर रहे हैं। जनता भाषण नहीं सुनना चाहती, बल्कि यह जानना चाहती है कि भाजपा ने महंगाई और बेरोजगारी को कम करने के लिए कुछ क्यों नहीं किया?