शिमला। विशेष गुणों से परिपूर्ण महात्माओं व महापुरुषों के अवतरण से पूर्ण समाज का कल्याण होता है और भावी पीढ़ियां उनकी शिक्षाओं व वचनों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ती हैं।
शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, विधि, संसदीय कार्य एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने यह विचार संत गुरू रविदास के 644वें प्रकटोत्सव पर संत रविदास सभा कृष्णानगर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होकर अपने उद्बोधन में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि संत गुरू रविदास भारत के शक्तिपुंज थे। वे ऐसे संत महात्मा थे जिन्होंने साधारण दलित परिवार में जन्म लिया, किंतु उनके विशेष गुणों के कारण आज न केवल उनके अनुयायी बल्कि सम्पूर्ण समाज उनके बताए हुए रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।
शांति, भाईचारे और सद्भावना का वातावरण समाज में कायम हो इसके लिए उनके द्वारा दी गई शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं।
उन्होंने बताया कि उनकी शिक्षाओं को आत्मसात कर विश्व शांति और सद््भावना को अपनाकर आगे की ओर बढ़ सकता है, जो विषमताएं दुनिया में है, उनसे उभर कर भक्तिमय वातावरण में इस समाज को गति प्रदान करने में अपना योगदान दे सकते हैं।
उन्होंने रविदास सभा कृष्णानगर द्वारा आयोजित कार्यक्रम के आयोजकों को प्रकटोत्सव की बधाई दी तथा वे संत गुरू रविदास के बताए मार्ग को अपनाकर आगे बढ़े, इसके लिए शुभकामनाएं व्यक्त की।
इस अवसर पर सुरेश भारद्वाज ने अपनी ऐच्छिक निधि से मंदिर निर्माण के लिए 20 हजार रुपये देने की घोषणा की।