शिमला। उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी द्वारा बचत भवन के सभागार में आयोजित भारतीय मानक ब्यूरो हिमाचल शाखा द्वारा जिला शिमला के विभागीय प्रमुखों के लिए आयोजित एक दिवसीय संवेदीकरण कार्यशाला की अध्यक्षता की।
आदित्य नेगी ने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो की मानकीकरण एवं प्रमाण योजना उपभोक्ताओं और उद्योगों को लाभ पहुंचाने के साथ-साथ उत्पाद सुरक्षा एवं उपभोक्ता संरक्षण की दिशा में कार्य करती है।
आदित्य नेगी ने आम जनमानस को अपने घरों में रखे पुराने गहनों का हॉल मार्क करने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि घटिया उत्पादों की खरीद से बचने के लिए वीआईएस यानी भारतीय मानक ब्यूरो की प्रमाणिकता वाले उत्पाद ही खरीदें।
वह बाजार से कोई सामान खरीद रहे हैं तो वीआईएस मानकों की प्रमाणिकता की पुष्टि करने के लिए ब्यूरो ऑफ इंडिया स्टैंडर्ड्स वीआईएस की मोबाइल ऐप का प्रयोग भी कर सकते हैं।
उपायुक्त ने कहा कि उत्पादों पर आई एस आई मार्क नितांत आवश्यक है। हर आई एस आई मार्क वस्तु का एक सी एम एल नंबर होता है और यदि उत्पाद शुद्ध होगा तो ऐप लाइसेंस का पूर्ण विवरण दिखाएगा।
उन्होंने कहा कि किसी भी उत्पाद के बारे में ऐप के माध्यम से भी शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है ।उन्होंने उपस्थित विभागीय अधिकारियों से कहा कि वह सरकारी खरीद में भारतीय मापदंडों की यकीनी बनाने के लिए वीआईएस मानक वाले उत्पादों को ही खरीदें।
आदित्य नेगी ने कहा कि इस एक दिवसीय कार्यशाला में शिक्षा विभाग पुलिस विभाग लोक निर्माण विभाग स्वास्थ्य विभाग तथा अन्य विभागों के अधिकारियों को इस कार्यशाला के माध्यम से जागरूक भी किया गया।
कार्यशाला के दौरान भारतीय मानक ब्यूरो के संयुक्त निदेशक रामचरण दास ने विभागीय कार्यप्रणाली की जानकारी दी सहायक निदेशक श्यामलाल ने भी विभागीय अधिकारियों को ब्यूरो की कार्यप्रणाली से अवगत करवाया ।