हमीरपुर। नया बजट पारित होने के बाद केंद्रीय रेलवे बजट से भले ही हिमाचल प्रदेश को राशि मिली है लेकिन ऊना हमीरपुर रेलवे लाइन के मामले में यह बजट फिर से फिसड्डी साबित हुआ है।
इस पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया चेयरमैन व प्रवक्ता अभिषेक राणा ने कहा कि अनेकों गांव और औद्योगिक क्षेत्र को जोड़ने वाली ऊना हमीरपुर रेलवे लाइन आज भी सिर्फ कागजों में है।
पिछले बजट के तरह ही इस बार भी रेलवे लाइन के लिए मात्र 1 हजार रुपए का बजट पास किया गया है जिसका देश भर में न केवल मजाक बना है बल्कि हिमाचल वासियों ने विडंबना भी जाहिर की।
यदि केंद्र सरकार इस रेल लाइन को पूर्ण करने में असक्षम है तो ₹1000 का बजट बार-बार पास करके क्षेत्रवासियों की आशाओं का मजाक उड़ाने का भला क्या मतलब?
अभिषेक राणा ने हिमाचल प्रदेश से संबंध रखने वाले केंद्रीय मंत्रियों पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रदेश के डबल इंजन कहलाए जाने वाले केंद्रीय मंत्रियों ने ऊना हमीरपुर रेल लाइन को अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बताया था लेकिन लगता है की वो सपनों में ही इसे पूरा होते हुए देख रहे हैं और हिमाचल के ही मंत्री जो केंद्र में बैठे हैं अपने गृह जिले और क्षेत्रवासियों के लिए एक रेल लाइन बिछाने में नाकाम साबित हो रहे हैं।
यह सरकार के वह मंत्री हैं जो अपने ही गृह जिले के क्षेत्र वासियों के लिए ही कुछ कर नहीं पा रहे तो देश की जनता की भलाई क्या करेंगे?
अभिषेक राणा ने कहा कि मैं अक्सर ऊना हमीरपुर के लोगों से मिलता रहता हूं और अधिकतम क्षेत्रवासी इस रेल लाइन का जिक्र जरूर करते हैं। इस बजट से उन्हें पूरी उम्मीद थी कि इस बार कुछ अच्छा जरूर होगा।
लोग इस बजट पर टकटकी लगाए बैठे थे कि इस रेलवे लाइन के लिए उन्हें कुछ बजट मिलेगा और रेल लाइन बनने के बाद अनेकों तरह की राहत भी उपलब्ध होंगी किंतु केंद्र सरकार ने इस रेल लाइन को मात्र ₹1000 दिए जोकि क्षेत्र की जनता के साथ अन्याय है।