नेरवा,नोविता सूद। शुक्रवार रात आये भयंकर तूफ़ान ने बागवानों के सारे अरमान धूल में मिला डाले। शुक्रवार रात नौ बजे के आसपार तकरीबन एक घंटे तक चले तूफ़ान ने उपमंडल चौपाल के विभिन्न स्थानों पर खूब कोहराम मचाया।
तूफ़ान से उपमंडल की ग्राम पंचायत टिकरी, धनत, केदी, पौलिया, किरण, रुस्लाह, पुजारली, बीजमल, मानु भाविया, खूँद न्योल, चइंजन व शिल्ला आदि क्षेत्रों में सेब की फसल जमीन पर झड़ गई है।
इसके अलावा नाशपाती,आड़ू,प्लम व बादाम एवं कई स्थानों पर टमाटर की फसल को भी काफी नुक्सान हुआ है। गैर सरकारी सूत्रों के अनुसार तूफ़ान से विभिन्न फसलों को चालीस से पच्चास फीसदी तक का नुक्सान बताया जा रहा है।
तूफ़ान से प्रभावित बागवानों सलमान, सलीम शेख, दिनेश, अतर सिंह, सूरत शर्मा, लायक राम, जोगी राम आदि ने बताया कि तूफ़ान इतना तेज़ था कि इससे बागीचों में सेब के कई पौधे टूट गए तथा कई जड़ों से ही उखड गए।
तूफ़ान से टमाटर की फसल को भी काफी नुक्सान हुआ है। तेज़ हवा के चलते टमाटर के पौधे जमीन पर गिर गए है। इसके आलावा तूफ़ान से कई घरों की छतें उड़ने का भी समाचार है।
ग्राम पंचायत चइंजन के प्रधान हेत राम कैंथला ने बताया कि उनकी पंचायत के चइंजन गाँव के दो सगे भाइयों सूरत सिंह व बालक राम पुत्र रती राम के नए बने मकान की छत उड़कर आधा किलोमीटर दूर जा गिरी।
उन्होंने कहा कि गनीमत यह रही कि यह वाक्या रात के समय पेश आया अन्यथा छत की चपेट में आने से कोई भी बड़ा हादसा घटित हो सकता था।
इसके लावा दो अन्य भाइयों गुमान एवं जगदीश पुत्र दाणू एवं पंकज पुत्र केवल राम के घरों की छतें भी तूफ़ान से उड़ गई हैं।
उन्होंने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि तूफ़ान की वजह से हुए फसलों व अन्य संपत्ति के नुक्सान का आकलन कर प्रभावितों को सरकारी मुआवजा प्रदान किया जाए।