शिमला। नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक एसजेवीएन ने घोषणा की कि कंपनी ने कानपुर, उत्तर प्रदेश के समीप जालौन जिले के कलपी तहसील में अवस्थित परासन सोलर पार्क में अपनी 75 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना की कमीशनिंग आरंभ कर दी है। परियोजना को कमीशनिंग करने संबंधी प्रक्रिया को इस माह के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।
नन्द लाल शर्मा ने कहा कि यह परियोजना दो जलविद्युत और दो पवन विद्युत परियोजनाओं के अलावा एसजेवीएन की कमीशनिंग होने वाली तीसरी सौर ऊर्जा परियोजना होगी और इस परियोजना की कमीशनिंग के साथ एसजेवीएन की स्थापित क्षमता अब 2091.5 मेगावाट हो जाएगी।
शर्मा ने आगे बताया कि एसजेवीएन ने 75 मेगावाट की परासन सौर ऊर्जा परियोजना को उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय विकास एजेंसी (यूपीएनईडीए) द्वारा आयोजित प्रतिस्पर्धी टैरिफ बोली के तहत 2.68 रुपए प्रति यूनिट के टैरिफ पर बिल्ड ओन और ऑपरेट के आधार पर हासिल की है।
इस परियोजना के निर्माण/विकास की लागत 392.3 करोड़ रुपए है। इसके लिए विद्युत खरीद करार उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के साथ 25 वर्षों के लिए हस्ताक्षरित किया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि परियोजना से पहले वर्ष में 168.34 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन होगा और 25 वर्षों की अवधि में संभावित संचयी विद्युत उत्पादन 3919 मिलियन यूनिट होगा। इसकी कमीशनिंग से प्रति वर्ष लगभग 45.11 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त होगा।
एसजेवीएन 4007.5 मेगावाट क्षमता की अन्य नवीकरणीय परियोजनाओं के साथ इस परियोजना को अपने पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्थ कंपनी एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के माध्यम से कार्यान्वित कर रहा है।
परासन सौर ऊर्जा परियोजना के कमीशन होने के पश्चात, 4007.5 मेगावाट नवीकरणीय पोर्टफोलियो में से 179.5 मेगावाट क्षमता परिचालन में होगी, जबकि 1370 मेगावाट की परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं और 2458 मेगावाट की परियोजनाएं कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं।
एसजेवीएन तीव्रता विस्तार एवं क्षमतागत वृद्धि कर रहा है और 42,000 मेगावाट से अधिक के वर्तमान पोर्टफोलियो के साथ, कंपनी वर्ष 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट स्थापित क्षमता के अपने साझा विजन को प्राप्त करने के लिए अथक रूप से अग्रसर है।