नेरवा, नोविता सूद। विभिन्न स्कूलों के अभिभावकों ने शीतकालीन स्कूलों में एसए-II एवं बोर्ड की वार्षिक परीक्षाओं के लिए नई शिक्षा नीति बना कर इन्हें एक साथ करवाने की मांग की है।
इन अभिभावकों ने परीक्षाओं में समन्वय ना होने पर शिक्षा विभाग व हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड पर सवालिया निशान उठाये हैं। नेरवा के विभिन्न स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों ने कहा कि अलग अलग कक्षाओं की परीक्षा तिथियों में समन्वय न होने से अभिभावकों में असमंजस की स्थिति है।
उन्होंने कहा कि कक्षा एक, दो, चार, छह व सात की एसए-II परीक्षाएं 12 दिसंबर से शुरू हो रही है, जबकि शिक्षा बोर्ड द्वारा अंकित कक्षा तीन व पांच के वार्षिक परीक्षाएं 28 नवंबर से तथा आठवीं कक्षा की परीक्षाएं एक दिसंबर से शुरू हो रही हैं।
बोर्ड द्वारा आठवीं कक्षा की परीक्षाएं पहले 28 नवंबर से निर्धारित की थी, परन्तु अब इन्हें एक दिसंबर से कर दिया है। उन्होंने कहा कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में दिसंबर माह में आम तौर पर हिमपात हो जाता है।
इस तरह लम्बे समय तक होने वाली परीक्षाओं से जहां अभिभावकों को परेशानी होती है, वहीँ छोटी कक्षाओं के छात्रों को भी परीक्षा देने में कठिनाई झेलनी पड़ती है।
इसके अलावा बर्फवारी की वजह से फरवरी महीने में कक्षाएं देरी से शुरू हो पाती है, जबकि सत्र के कुछ दिन छुट्टियों, खेल एवं अन्य आयोजनों में बीत जाते हैं। परीक्षाओं में समन्वय न होने पर अध्यापक वर्ग भी दबी जुबान से इस प्रणाली पर सवाल उठा रहा है।
अभिभावकों ने शिक्षा बोर्ड से आग्रह किया है कि परीक्षाओं को आनन् फानन न करवा कर सभी कक्षाओं की परीक्षाओं को साथ साथ करवाया जाए तथा इसकी सूचना दो माह पूर्व अध्यापकों तथा अभिभावकों तक पंहुचाई जाए।