शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु ने आज वर्तमान सरकार का पहला बजट पेश कर रहे हैं। सीएम ने बजट पढ़ने से पहले श्रीकृष्ण का कर्म संबंधी दोहा पढ़ा।
उन्होंने जनता का कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सरकार जब सत्ता में आई तो वित्तीय स्थिति बहुत खराब मिली। पिछली भाजपा सरकार ने कांग्रेस को एक बड़ा कर्ज सत्ता के साथ सौंपा।
सीएम ने कहा कि इन सब कठिनाइयों के बावजूद सरकार अपने सभी वादे पूरे करेगी। बजट नीतिगत डॉक्यूमेंट बनेगा।
2022-23 में राज्य में प्रतिव्यक्ति आय बढ़ी है।
सत्ता सुख नहीं अपितु व्यवस्था परिवर्तन के लिए वर्तमान सरकार काम कर रही है। सरकार ने सत्ता में आते ही ओपीएस लागू की। एनपीएस की राशि केंद्र से वापिस लौटाने के लिए उन्होंने विपक्ष से सहयोग का आग्रह किया।
सीएम ने कहा कि वर्तमान समय टेक्नोलॉजी व सूचना प्राद्योगिकी का समय है। पूरी दुनिया ग्रीन टेक्नोलॉजी की तरफ चल रही है।
31 मार्च 2026 तक ग्रीन एनर्जी राज्य बनेगा हिमाचल।राज्य को ग्रीन स्टेट बनाने के लिए हिमाचल को मॉडल स्टेट फॉर इलेक्ट्रिक व्हीकल स्टेट बनाया जाएगा।
प्रदेश में ग्रीन कॉरिडोर बनाये जाएंगे।
सार्वजनिक परिवहन की 1500 बसों को इलेक्ट्रिक वाहन में बदला जाएगा जिस पर 1000 करोड़ खर्च होगा।
प्राइवेट बस ओपरेटर को इलेक्ट्रिक वाहन के लिए 50 प्रतिशत या अधिकतम 50 लाख की सब्सिडी दी जाएगी।
प्राइवेट ट्रक ओपरेटर को इलेक्ट्रिक ट्रक के लिए 50 प्रतिशत या अधिकतम 50 लाख का उपदान मिलेगा।
प्राइवेट चार्जिंग स्टेशन के लिए 50 प्रतिशत तक उपदान दिया जाएगा।
ग्रीन हाइड्रोजन नीति बनाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को पर्यटन राज्य के रूप में विकसित किया जाएगा। मंडी एयरपोर्ट के निर्माण और कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार के लिए जिस राशि की केंद्र ने घोषणा की है, उसके लिए उन्होंने विपक्ष से सहयोग मांगा।
हैली पोर्ट के लिये 30 करोड़ खर्च किये जायेंगे। एक साल के अंदर सभी जिलों में हैली पोर्ट होंगे।
कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल के रूप में विकसित किया जाएगा।