नेरवा, नोविता सूद। हिमाचल पथ परिवहन निगम में कार्यरत बस चालक रामपाल इन दिनों सोशल मीडिया में खूब सुर्ख़ियों में हैं और हो भी क्यों न।
सजग साधना सविनय सेवा मोटिव को हकीकत में बदलते हुए हिमाचल पथ परिवहन निगम की प्रतिष्ठा में चार चांद लगा रहा यह चालक लोगो के दिलों मे राज करता है।
उपमंडल चौपाल के विभिन्न रूटो में चलने वाले बस चालक को लोग अपने परिवार की भांति समझते हैं। चौपाल क्षेत्र का बच्चा बच्चा इनसे परिचित है। यह अपनी ईमानदारी शालीन व्यवहार के लिए जाने जाते हैं।
रामपाल के पास अभिभावक अपने बच्चों को लस्सी, दूध व अन्य सामान बड़े विश्वास से बैग भर भर कर भेजते हैं। इनके पास वाली सीट से लेकर पीछे वाली सीट तक लस्सी दुध के थैले लटके होते हैं।
यही नहीं शिमला से वापसी में भी रामपाल के पास लोग गांव को ज़रूरत का अनेक प्रकार का सामान भेजते हैं। कोई कीमती सामान कहीं भेजना हो तो लोगों की ज़ुबान पर पहला नाम रामपाल ही आता है।
चौपाल क्षेत्र में हर कोई इनकी सेवा भाव का कायल है। रामपाल के चेहरे पर हमेशा मुस्कान बनी रहती है। यदि कोई अकेली महिला, बच्चा या बजुर्ग कहीं अकेले जा रहा हो तो जुबान मे एक शब्द निकलता है आज रामपाल है न तो चिंता कैसी।
बहरहाल एक तरफ आये दिन बसों का खराब होने या तेल समाप्त होने की वजह से जहां परिवहन निगम को जहां फजीहत का सामना करना पड़ता है, वहीँ यह चालक अपने व्यवहार से निगम की प्रतिष्ठा में चार चाँद लगा रहा है।