देश के राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति अथवा लोकसभा अध्यक्ष को किया जाएगा आमंत्रित
शिमला। आज धर्मशाला में राज्य भाजपा कार्यकारी समिति
की बैठक को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने पार्टी कार्यकर्ताओं को यह सुनिश्चित बनाने का आह्वान किया कि प्रत्येक हिमाचलवासी को प्रदेश की 50 वर्षों की शानदार विकास यात्रा से जुड़ने का अनुभव प्राप्त हो।
उन्होंने कहा कि राज्यत्व के 50 वर्षों की यात्रा को दर्शाने के लिए प्रदेश सरकार ने व्यापक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने की रूपरेखा बनाई है। इस दौरान स्वर्णिम रथ यात्रा भी आयोजित की जाएगी।
प्रदेश भर में विभिन्न हिस्सों से निकलने वाली इस यात्रा के दौरान 50 वर्षों की विकासात्मक यात्रा का बखान किया जाएगा। इस गतिविधि को सरकार के स्तर पर जिसमें समाज के सभी वर्गों के लोगों को सहयोग देने के लिए आगे आना चाहिए ताकि प्रदेश की 50 वर्षों की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जा सके।
जय राम ठाकुर ने कहा कि रथ यात्रा हिमाचल दिवस के अवसर पर 15 अप्रैल से आरम्भ होगी। इसके लिए सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया और पारम्परिक मीडिया का प्रभावी इस्तेमाल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक डाॅ राजीव बिंदल की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय रथ यात्रा समन्वय समिति का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाने पर भी विचार कर रही है, जिसमें देश के राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति अथवा लोकसभा अध्यक्ष को आमंत्रित करने के प्रयास किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा आयोजित करने का प्रमुख उद्देश्य यह है कि इसमें प्रत्येक हिमाचलवासी की सहभागिता और उनमें अपनत्व की भावना उत्पन्न हो।
उन्होंने कहा कि यात्रा में मंत्रियों, विधायकों तथा पंचायती राज संस्थानों एवं स्थानीय शहरी निकायों के निर्वाचित प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित बनाई जानी चाहिए ताकि यह गतिविधि पूर्ण रूप से सफल रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रथ यात्रा और सोशल मीडिया के माध्यम से स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा लगभग 25 लाख लोगों से जुड़ेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी प्रमुख विभागों को इसमें अपनी सहभागिता और अपनी गतिविधियों को प्रदर्शित करना सुनिश्चित बनाना चाहिए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि इस यात्रा का मुख्य ध्यान राज्य सरकार की उपलब्धियों, नीतियों एवं कार्यक्रमों को रेखांकित करने पर केन्द्रित होगा। इसके लिए विभागों को प्रदेश की विकास यात्रा के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवानी चाहिए, जिसे डिजीटल रथ यात्रा के माध्यम से दिखाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि लोगों के मनोरंजन के लिए इस गतिविधि में स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों को भी आमंत्रित किया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त, नुक्कड़ नाटकों, स्किट और गीतों के माध्यम से भी प्रदेश की शानदार यात्रा को प्रदर्शित किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्णिम रथ यात्रा के सम्पूर्ण कार्यक्रम की संकल्पना और योजना के लिए राज्य स्तरीय उप-समितियों का गठन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये उप-समितियों सम्पूर्ण कार्यक्रम के कार्यान्वयन और निगरानी सुनिश्चित करेंगी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि रथ यात्रा को सफल बनाने में सभी चुने हुए प्रतिनिधियों को उनकी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यात्रा राज्य के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी और लोगों को प्रदेश की पिछले 50 वर्षों की विकास यात्रा के बारे में जागरूक करेगी।
उन्होंने कहा कि पहला सत्र विधानसभा में आयोजित किया जाएगा और दूसरे दिन पीटरहाॅफ शिमला में सत्र आयोजित करने के लिए प्रयास किए जाएंगे, जहां विधानसभा के पूर्व सदस्य राज्य की पिछले 50 वर्षों की विकास यात्रा के बारे में अपने अनुभव सांझा कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रथ यात्रा में राज्य के सर्वांगीण विकास और जिस क्षेत्र से यात्रा गुजरेगी उसके बारे में प्रचार साहित्य उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को उनसे संबंधित साहित्य और प्रचार सामग्री तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस विकास यात्रा में युवाओं और स्कूल के छात्रों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करेगी। इससे उन्हें राज्य की विकास यात्रा के बारे में ही जानकारी प्राप्त नहीं होगी बल्कि उन्हें राज्य के विकास के लिए कार्य करने की प्रेरणा भी प्राप्त होगी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि रथ यात्रा के दौरान राज्य की 50 वर्षों की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए वीडियो क्लिप्स भी तैयार की जाएंगी। उन्होंने कहा कि परम्परागत लोक नृत्य और गीतों के माध्यम से लोगों को राज्य की उपलब्धियों के बारे में जागरूक करने के लिए बेहतरीन स्थानीय कलाकारों को भी शामिल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों को कवर करने पर विशेष अधिमान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रथ यात्रा में महिला सशक्तिकरण और कमजोर वर्ग के उत्थान जैसे मुद्दों को भी सुनिश्चित किया जाएगा।