शिमला। हिमाचल में सैंकड़ों आउटसोर्स कर्मियों की नौकरी पर तलवार लटकने वाली है। इनकी सेवा प्रदाता कंपनी का सरकार के साथ हुआ करार 31 मार्च को खत्म होने वाला है। उसके बाद इन कर्मियों का क्या होगा इस पर संशय बना हुआ है।
प्रदेश में 25 हजार के करीब आउटसोर्स कर्मचारी विभिन विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। एक जानकारी के अनुसार 1600 से ज्यादा आउटसोर्स कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा चुका है।
वहीं कुछ कर्मचारियों को दो तीन महीनों से वेतन भी नहीं मिला है। इससे उनका अपना व उनके परिवार का गुजारा चलाना भी मुश्किल हो रहा है।
वहीं इस स्थिति को देखते हुए आउटसोर्स कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। इन कर्मचारियों को कांग्रेस सरकार से उम्मीद है कि वह आउटसोर्स पर काम करने वालों के लिए जल्द ही एक स्थायी पालिसी बनाएगी।