शिमला। पूरे प्रदेश में कल स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहेंगी।प्रदेश में दो दिनों से रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर चल रहे हैं।
इनकी हड़ताल के कारण मरीज पहले ही परेशान चल रहे थे, अब हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन (HMOA) और स्टेट एसोसिएशन ऑफ मेडिकल एंड डेंटल कॉलेज टीचर्स आईजीएमसी एंड जीडीसी शिमला ( SAMDCOT ) भी इनके समर्थन में आ गई है।
हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन ने 17 अगस्त को टोकन प्रोटेस्ट करने का निर्णय लिया है जिसके चलते कल ओपीडी पूरी तरह बंद रहेगी। अस्पतालों में केवल आपातकालीन सेवाएं ही मिलेंगी।
कल के लिए जो ऑपरेशन रखे गए हैं, वो किए जाएंगे व इमरजेंसी सेवाएं भी चलती रहेंगी पर ओपीडी में कोई भी मरीज नहीं देखा जाएगा।
इससे शनिवार को प्रदेश के सभी मेडिकल कालेज के साथ साथ अस्पतालों, डिस्पेंसरीज में भी स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर पड़ेगा।
हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ राजेश राणा ने बताया कि एचएमओए की सीईसी बैठक में यह निर्णय लिया गया कि एचएमओए आरजी कर मेडिकल कॉलेज, कोलकाता में हुई भयावह घटना के खिलाफ एकजुटता से खड़ा है।
एचएमओए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए), फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा), फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (एफएआईएमए) का समर्थन करते हुए 17 अगस्त को केवल आपातकालीन सेवाएं और गंभीर देखभाल सेवाएं प्रदान करेगा।
एचएमओए ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों, खासकर उन सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जहां रात्रि ड्यूटी दी जाती है, में डॉक्टर्स की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर मामले में पूरे देश में डॉक्टर्स प्रदर्शन कर रहे हैं। वह डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।