मंडी। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मंडी जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र की तहसील थुनाग में 25.48 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन तथा 33.78 करोड़ रुपये लागत की विकास योजनाओं के शिलान्यास किए।
मुख्यमंत्री ने जंजैहली के ढीम में 30.20 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 50 बिस्तर क्षमता के एकीकृत आयुष अस्पताल, तहसील थुनाग में 2.19 करोड़ रुपये की लागत से मझाखल, जनेहर, बखालवर और जरोल गांव के लिए बनने वाली उठाऊ सिंचाई योजना तथा थुनाग में 1.39 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली बहाव सिंचाई योजना बूंगरैलचौक का शिलान्यास किया।
जय राम ठाकुर ने 22.33 करोड़ रुपये की लागत से ढीम कटारू में निर्मित पर्यटक सांस्कृतिक केंद्र, 3.15 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला थुनाग के अतिरिक्त भवन और थुनाग में जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता कार्यालय का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने पर्यटक सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित जनभागीदारी से सुशासन महा-क्विज के अंतर्गत हिमाचल में पर्यटन थीम पर आयोजित चौथे चरण के समापन समारोह की अध्यक्षता भी की।
इस अवसर पर सभागार में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए जय राम ठाकुर ने कहा कि कहा कि ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किए जा रहे जनभागीदारी से सुशासन-हिमाचल का महा-क्विज’ का उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना है ताकि वे इन कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित हो सकें।
उन्होंने कहा कि सराज क्षेत्र में उपलब्ध पर्यटन की अपार संभावनाओं का दोहन करने तथा यहां पर्यटन उद्योग को सुदृढ़ करने के लिए अनेक महत्वकांक्षी कार्यक्रम आरम्भ किए गए हैं। पर्यटक सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण घाटी में पर्यटन उद्योग को सुदृढ़ करने की दिशा में मील पत्थर साबित होगा।
उन्होंने कहा कि पूर्व में सराज घाटी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए बहुत दावे किए गए लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हो पाया। वर्तमान में भाजपा सरकार ने साधन और सुविधाएं जुटा कर विकास की तस्वीर में व्यवहारिकता के रंग भरे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जंजैहली के ढीम में निर्मित हो रहे 50 बिस्तर क्षमता वाले एकीकृत आयुष अस्पताल में इस पद्धति के तहत सभी प्रकार की उपचार सुविधाएँ उपलब्ध होने पर जहां स्थानीय लोग लाभान्वित होंगे, वहीं देश के विभिन्न राज्यों के लोग भी इस प्राकृतिक स्थल में चिकित्सा सुविधाओं के लिए आकर्षित होंगे, जिससे घाटी में पर्यटन उद्योग को मजबूती मिलेगी।
जय राम ठाकुर ने कहा की थुनाग में अधीक्षण अभियंता का कार्यालय स्थापित होने से क्षेत्र के लोगों को संबंधित कार्यों के लिए अब सुन्दरनगर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सराज विधानसभा क्षेत्र में 369.16 करोड़ रुपये की लागत से 52 विभिन्न पेयजल योजनाएं और 68.70 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत की 22 सिंचाई योजनाएं निर्माणाधीन हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चौथे चरण में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले 499 विजेता प्रतिभागियों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से एक-एक हजार रुपये की पुरस्कार राशि हस्तांतरित की।
इस महा-क्विज के सभी चरणों की अलग-अलग विषयवस्तु रखी गई हैं और गत 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने इस महा-क्विज का शुभारंभ किया था।
इसका पहला राउंड ‘महिला सशक्तीकरण’, दूसरा ‘उद्योग और निवेश’, तीसरा ‘किसानों-बागवानों का उत्थान’, चौथा पर्यटन तथा पांचवां राउंड स्वस्थ हिमाचल समृद्ध हिमाचल थीम पर आधारित है।