उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने अपने हाथों मरीजों, तीमारदारों को भोजन परोसा, फल किए वितरित
ऊना। प्रख्यात शिक्षाविद् स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री की जयंती के उपलक्ष्य पर सोमवार को क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में लंगर सेवा का आयोजन किया गया। इस पुनीत कार्य में प्रो सिम्मी अग्निहोत्री के पति व प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने विशेष रूप से शिरकत की और उन्होंने स्वयं अपने हाथों से मरीजों, तीमारदारों और अस्पताल के स्टाफ को भोजन परोसा। इसके साथ ही उन्होंने उपस्थित लोगों को फल भी वितरित किए।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रो सिम्मी अग्निहोत्री की समाज के प्रति सेवा भावना अनुकरणीय रही है। बीमारों, गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा के लिए उनका समर्पण और भावना प्रेरणादायी है।
उन्होंने अपने जीवनकाल में जो सामाजिक कार्य शुरू किए थे, उन्हें आगे बढ़ाने के संकल्प के साथ उनकी जयंती पर लंगर सेवा का आयोजन किया गया है।
उपमुख्यमंत्री ने इस पुनीत अवसर पर लंगर सेवा में शामिल सभी लोगों का हार्दिक धन्यवाद भी किया।
उल्लेखनीय है कि स्वर्गीय प्रो सिम्मी अग्निहोत्री न केवल एक महान शिक्षाविद् थीं, बल्कि समाज सेवा के प्रति भी गहरा समर्पण रखती थीं।
उनका मानना था कि शिक्षा का उद्देश्य केवल व्यक्तिगत उन्नति तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि समाज के भले में योगदान देना भी जरूरी है। उन्होंने आस्था फाउंडेशन के माध्यम से गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा, नशा विरोधी आंदोलन, सड़क सुरक्षा अभियान और अन्य सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई।
प्रो सिम्मी अग्निहोत्री का जन्म 29 सितंबर 1968 को हुआ था, और उन्होंने 9 फरवरी 2024 को अपनी सांसारिक यात्रा पूरी की। वे हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में लोक प्रशासन की प्रोफेसर थीं और उनकी विद्वता, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक योगदान के लिए पूरे प्रदेश में सम्मानित की जाती थीं।
उनके शिक्षण और शोध कार्यों का प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र पर गहरा प्रभाव पड़ा है, जिससे अनगिनत विद्यार्थियों को प्रेरणा मिली।
लंगर आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया और समाज में सेवा और परोपकार की भावना को और अधिक सशक्त करने का संकल्प लिया।