चौपाल और कुपवी के कम ऊँचाई वाले क्षेत्रों में किसानों की आर्थिकी सुदृढ़ करेगा लाल सोना

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नेरवा, नोविता सूद। उपमंडल चौपाल और कुपवी के कम ऊँचाई वाले क्षेत्रों में किसानों की आर्थिकी में टमाटर जिसे अब लाल सोने की उपमा भी दी जाती है, कि खेती एक अहम स्थान बना चुकी है। इन दिनों किसान धरती से अधिक से अधिक लाल सोना पैदा करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं।

किसान अन्य सारे काम छोड़ कर टमाटर के खेतों में डेरा डाले हुए हैं। आलम यह है कि टमाटर की खेती से जुड़े किसानों की सुबह भी खेतों में हो रही है और शाम भी खेतों में ही ढल रही है। एक अनुमान के तौर पर निचले क्षेत्रों में सत्तर फीसदी से अधिक किसान टमाटर की खेती से जुड़ चुके हैं।

हालाँकि टमाटर की खेती से होने वाली आय मौसम तथा अन्य राज्यों की पैदावार पर निर्भर है फिर भी इससे आय की अच्छी संभावना को देखते हुए अधिकांश किसानों ने अन्य फसलें उगाना छोड़ टमाटर की खेती की तरफ रुख कर लिया है। ये किसान हिमसोना जैसी टमाटर की कई उन्नत किसमें उगा कर अपने परिवारों का भरण पोषण कर रहे है।

स्थानीय किसानो के अलावा अप्रवासी नेपाली मूल के लोग भी इस खेती से काफी संख्या में जुड़े हुए हैं। इन लोगों ने ऐसे किसानों से जमीने लीज़ पर ली है जो खेती कर पाने में असमर्थ है अथवा नौकरी पेशे के सिलसिले में घरों से बाहर रह रहे हैं। ये नेपाली भी पिछले कई सालों से कई बीघा जमीन पर टमाटर की खेती कर रहे हैं।

स्थानीय किसानों के साथ साथ इन नेपाली परिवारों की आर्थिकी भी पूरी तरह टमाटर की खेती पर ही निर्भर है । अभी टमाटर सीजन की शुरुआत ही हुई है।जिसके कारण बहुत कम टमाटर मंडियों में जा रहा है।

नेरवा सब्जी मंडी के आढ़ती ओम प्रकाश चौहान ने बताया कि अभी मात्र 250 से 400 करेट टमाटर ही मंडी में आ रहा है। टमाटर की 25 किलो की करेट गुणवत्ता के आधार पर 1400 से 1600 रुपये तक बिक रही है। उन्होंने बताया कि आने वाले एक सप्ताह में सीजन के जोर पकड़ने की संभावना है।

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