भारत। सरकार के वित मंत्रालय व आर्थिक मामलों के विभाग द्वारा आज देशभर में चल रही जाइका वितपोषित परियोजनाओं की भौतिक और वित्तीय प्रगति की समीक्षा बैठक आभासी ( वीडिओ कॉन्फ़्रेंसिंग ) के माध्यम से रजत कुमार मिश्रा अतिरिक्त सचिव भारत सरकार की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
इसमें देशभर में परियोजना से जुड़े विभागों के प्रमुख अधिकारियों ने अपने अपने क्षेत्र व राज्य में चल रही परियोजना से संबधित कार्यो की जानकारी रखी।
हिमाचल प्रदेश जाइका वानिकी परियोजना का पक्ष अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल व मुख्य परियोजना निदेशक नागेश कुमार गुलेरिया ने रखा।
उन्होंने वित मंत्रालय के अधिकारियों को बताया कि 400 से अधिक माइक्रोप्लान , बिज़नेस प्लान स्वयं सहायता समूहों की आजीविका बढ़ाने के लिए तैयार किए जा चुके हैं और वित् वर्ष 2022 -2023 तक 500 से अधिक नए स्वयं सहायता समूह के साथ काम करेंगे।
उन्होंने बताया कि परियोजना के माध्यम से महिलाएं अपनी आजीविका को विभिन्न गतिविधियों जैसे मशरुम उत्पादन, हथकरघा, चीड़ की पतियों से बने सजावटी उत्पाद, सीरा सेपू बड़ी, टौर की पतले बनाकर बढ़ा रही है और परियोजना के माध्यम से इन्हे हर प्रकार की सहायता दी जा रही है।
वित मंत्रालय व जाइका इंडिया के अधिकारियों ने कहा कि देशभर में चलाई जा रही परियोजनाओं में हिमाचल प्रदेश जाइका वानिकी परियोजना बेहतरीन कार्य कर रही है।
भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव रजत कुमार मिश्रा ने परियोजना से प्रभावित होते हुए चाहा की वे स्वयं हिमाचल आकर कुछ गतिविधियों को देखना चाहेंगे ,इस पर नागेश कुमार गुलेरिया ने उन्हें हिमाचल आने का निमंत्रण दिया।