फतेहपुर/धर्मशाला। फतेहपुर उपचुनाव के चुनावी समर में घमासान मचाने वाले टास्क मास्टर सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने महंगाई, भ्रष्टाचार व बेरोजगारी के साथ बीजेपी सरकार की नाकामियों को मुद्दा बनाकर अपनी गहरी पैठ छोड़ी है।
राणा ने कहा कि सरकार के हर फर्ज को इवेंट बनाने वाली बीजेपी सरकार ने अब 100 करोड़ लोगों को वैक्सीनेशन के आंकड़े में उलझाने का असफल प्रयास किया है।
राणा ने कहा कि झूठ की मास्टर बीजेपी ने इस मामले पर भी झूठे आंकड़े पेश किए हैं। लेकिन अगर सरकार ने इससे आधे लोगों को भी वैक्सीन मुहैया करवाई है तो सरकार ने देश की जनता पर कोई एहसान नहीं किया है।
आपदा काल हो या सामान्य काल हो यह सब सरकार की जिम्मेदारी व जवाबदेही में आता है। टैक्स पेयर के धन से इस वैक्सीन का इंतजाम हुआ है। लेकिन सरकार ऐसे दिखा रही है कि जैसे उन्होंने अपनी जेब से वैक्सीन पर खर्चा किया हो।
महंगाई के दौर में सरकार ने आम आदमी का जीना दुश्वार किया है। आम आदमी को इस दौर में महंगाई की मार से सरकार ने गन्ने की तरह निचोड़ कर रख दिया है और उस पर सरकार की बेदर्दी का आलम यह है कि सरकार लगातार महंगाई को बढ़ाकर अब आम आदमी को पूंजीवाद के हवाले करने का मंसूबा बना चुकी है।
भारी भरकम टैक्सों की मार से व्यापारी वर्ग हाल-बेहाल है। सरकार किसी भी बात पर जवाब देने की स्थिति में नहीं है। शायद इसलिए सरकार उपचुनाव में हर मुद्दे से भागती फिर रही है।
राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अब चुनाव की बेला में फतेहपुर की जनता से एक साल मांग रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री पहले इस बात का जवाब दें कि क्या पिछले चार सालों में फतेहपुर के विकास के लिए सरकार को किसी ज्योतिषी ने मना किया था।
राणा ने कहा कि सत्ता के दम पर महंगाई, भ्रष्टाचार व बेरोजगारी का लगातार बढ़ाने वाली बीजेपी सरकार व उसके मंत्री, विधायकों के पसीने छूट रहे हैं क्योंकि चुनाव में न उनकी जनता सुन रही है और न उनके कार्यकर्ता मान रहे हैं। यह स्थिति बताती है कि सरकार का जाना और भवानी सिंह का आना तय है।