शिमला। मुख्य सचिव आर डी धीमान की अध्यक्षता में यहां भारत सरकार के राष्ट्रीय ब्राडबैंड मिशन, ब्राडबैंड फॉर ऑल, के दृष्टिगत गठित राज्य ब्रॉडबैंड कमेटी की बैठक आयोजित की गई।
उन्होंने राष्ट्रीय ब्राडबैंड मिशन के तहत प्रदेश भर में उच्च गति ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी की प्रगति की समीक्षा की और राज्य में दूरसंचार कनेक्टिविटी में तेजी लाने की योजना पर चर्चा भी की।
आर डी धीमान ने दूरसंचार विभाग (डीओटी) को असंबद्ध गांवों में दूरसंचार कनेक्टिविटी के विस्तार में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने दूरसंचार विभाग को वाइब्रेंट ग्राम परियोजना के अन्तर्गत किन्नौर व लाहौल- स्पीति जिला के 24 सीमावर्ती गांवों और आकांक्षी जिला परियोजना के अन्तर्गत चंबा के 46 गांवों में मार्च, 2023 तक दूरसंचार कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने प्रदेश में कार्यरत सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के दूरसंचार बुनियादी ढांचे को साझा करने पर भी बल दिया। इससे नागरिकों को गुणवत्ता युक्त सेवाएं उपलब्ध करवाने में मदद मिलेगी और दूरसंचार बुनियादी ढांचे, विशेष रूप से कस्बों में अव्यवस्था कम होगी।
मुख्य सचिव ने आश्वस्त किया कि राज्य द्वारा राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन के कार्यान्वयन में भारत सरकार के दूरसंचार विभाग को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
भारतीय दूरसंचार विभाग ने राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन के तहत निर्धारित लक्ष्य की स्थिति को सांझा करते हुए बताया कि राज्य के 96.20 प्रतिशत गांवों में 9 एमबीपीएस से 12.4 एमबीपीएस तक की ब्रॉडबैंड स्पीड के साथ ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान की जा रही है।
राज्य में अभी भी 585 ऐसे गांव हैं जो ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी से जुड़े नहीं हैं या इन्हें आंशिक तौर पर कवर किया गया है।