नेरवा, नोविता सूद। उपमंडल चौपाल की धबास पंचायत के तहत जमीनी विवाद को लेकर एक युवक की बेरहम पिटाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। परिजनों व अनुसूचित जाति संगठनों के दबाव और मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने कुछ और धाराएं जोड़ दी हैं, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
जांच के उपरांत पुलिस द्वारा इस मामले में आरोपितों के खिलाफ पहले से लगाईं गई आईपीसी की धारा 341, 323, 504, 506, 34 के साथ अब एससी एसटी एट्रोसिटी एक्ट की धाराएं जोड़ दी गई हैं।
कबिलेजिक्र है कि प्रदीप कुमार का अपने पड़ोसी के साथ जमीन का लम्बे अर्से से विवाद चल रहा था। तीन दिन पूर्व यह विवाद बढ़ते बढ़ते हाथापाई तक जा पहुंचा। आरोप है कि बालक राम, मान सिंह, प्रेम सभी व शीतल पत्नी ने डंडो, लात और घूंसों के साथ प्रदीप कुमार की बेरहमी से मारपीट की।
पिटाई इतनी बेरहमी से की गई थी कि वह घटनास्थल पर ही अचेत हो गया। उसके परिजनों ने खून से लथपथ प्रदीप कुमार को सिविल अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में उसकी गंभीरावस्था को देखते हुए चिकित्स्कों द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद उसे आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया।
वह बीते तीन दिनों से आईजीएमसी शिमला में उपचाराधीन है। प्रदीप कुमार के सिर पर गहरी चोटें आई हैं। अभी तक उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
उधर भीम आर्मी,अनुसूचित जाति संगठन चौपाल व अनुसूचित जाति से जुड़े अन्य संगठनों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
अनुसूचित जाति संगठन चौपाल के महासचिव जीत सिंह नेहटा ने दोषियों को जल्दी गिरफ्तार करने की मांग की है।
एसडीपीओ चौपाल राज कुमार ने बताया कि मामले की जांच करने के बाद इस मामले में एट्रोसिटी एक्ट की धारा भी शामिल कर ली गई है।