शिमला। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, हिमाचल में सिरमौर के तहत आने वाले ट्रांस-गिरी इलाके में बसे हाਟੀ समुदाय के लोगों के एक लम्बे संघर्ष के बाद मिलने वाले अनुसूचित जनजाति के दर्जे पर उन्हें बधाई देती है और इसका स्वागत करते हैं।
एआईसीसी मीडिया इंचार्ज अलका लांबा ने कहा कि आशा करते हैं कि यह घोषणा भी कहीं पहले की घोषणाओं की तरह मात्र एक जुमला ही साबित ना हो, इसीलिए जल्द ही इसे कानूनी रूप देकर हाटी समुदाय के लोगों तक इसका लाभ भी पहुंचाया जाए।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा हिमाचल विधानसभा चुनावों के बेहद नज़दीक लिया गया यह फ़ैसला, कॉंग्रेस देर आए दुरुस्त आए की तरह देखती हैं।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने सिरमौर जिला के हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति दर्जा घोषित करने पर सिरमौर के लोगों को बधाई दी है।
उन्होंने कहा है कि सिरमौर जिला के लोग अपनी इस मांग को लेकर लम्बे समय से संघर्षरत थे और उनका यह संघर्ष सफल हुआ है। इसके लिये सिरमौर के लोग बधाई के पात्र हैं।
प्रतिभा सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने शासनकाल के दौरान प्रदेश में हाटी समुदाय को जनजाति दर्जा देने की मांग केंद्र से की थी और उन्हें खुशी है कि आज स्व वीरभद्र सिंह की हाटी को जनजाति दर्जे की मांग फलीभूत हुई है।
प्रतिभा सिंह ने सरकार से इस फैसले को तुरंत लागू करने को कहा है। हालांकि उन्होंने इस फैसले को प्रदेश विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत लिये गया निर्णय करार देते हुए कहा है कि अब देखना यह होगा कि सरकार इस फैसले को कब लागू करती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने है,ऐसे में केंद्र सरकार ने प्रदेश की भाजपा सरकार को राजनैतिक लाभ देने के लिये सम्भवतः अब यह निर्णय लिया है।
उन्होंने शंका जताई है कि कहीं यह निर्णय चुनावी जुमला ही साबित होकर न रह जाये क्योंकि इन चुनावों में प्रदेश मे भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ेगा।