शिमला। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक ने राज्य में कोविड -19 स्थिति की समीक्षा की।
राज्य में कोविड -19 मामलों में तेज वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए, मंत्रिमंडल ने इस महीने की 21 तारीख तक परीक्षा कर्तव्यों के लिए आवश्यक शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के अलावा सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का निर्णय लिया।
सीधी भर्ती के माध्यम से अनुबंध के आधार पर वन विभाग में वन गार्ड के 311 पदों को भरने का भी निर्णय लिया गया। इस वर्ष की 9 मार्च को आयोजित बैठक के दौरान राज्य मंत्रिमंडल द्वारा फॉरेस्ट गार्ड के 113 पद पहले से ही स्वीकृत हैं।
मंत्रिमंडल ने सीधी भर्ती कोटे के खिलाफ एचपी लोक सेवा आयोग के माध्यम से कृषि विभाग में अनुबंध के आधार पर कृषि विकास अधिकारियों के 25 पदों को भरने का निर्णय लिया।
बैठक में ड्रोन तकनीक का उपयोग कर ग्रामीण बसे हुए क्षेत्रों में भूमि पार्सल के सर्वेक्षण के लिए राज्य में केंद्रीय क्षेत्र की योजना SVAMITVA को लागू करने का निर्णय लिया।
इसके लिए, पंचायती राज विभाग के सहयोग से योजना के कार्यान्वयन के लिए राजस्व विभाग को नोडल विभाग के रूप में नामित किया जाएगा। इसके लिए राज्य में योजना शुरू करने के लिए सर्वेक्षण के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए एक राज्य संचालन समिति, राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई और जिला परियोजना निगरानी इकाई का भी गठन किया जाएगा।
कैबिनेट ने वर्ग-III और वर्ग- IV के उपलब्ध रिक्त पदों के मृतक कर्मचारियों के पात्र को अनुकंपा के आधार पर रोजगार, 5 प्रतिशत कोटे की छूट के साथ वर्ग- III और वर्ग- IV के उपलब्ध रिक्त पदों के विरुद्ध शिमला, किन्नौर, सोलन और कांगड़ा के डीसी कार्यालयों में और निपटान अधिकारी कांगड़ा डिवीजन का कार्यालय में देने के लिए अपनी अनुमति दी।
मन्त्रिमण्डल ने U- ब्लॉक मंडी में बहुमंजिला पार्किंग-सह-शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के विकास के लिए परियोजना को आरएफपी के नियमों और शर्तों के अनुसार 63,63,000 प्लस जीएसटी और अन्य सभी लागू कर के वार्षिक शुल्क पर उच्चतम बोली लगाने वाले को पीपीपी मोड के तहत देने का निर्णय लिया।
चयनित बोलीदाता को 24 महीनों की अवधि में 40 लाख की समान किश्तों के माध्यम से 2 करोड़ का अग्रिम प्रीमियम भी देना होगा।
कैबिनेट ने नई बनाई गई नगर पंचायतों के सुचारू कामकाज के लिए प्रत्येक नवगठित नगर पंचायतों अर्थात शाहपुर, चिढ़गांव, नेरवा, निर्मंड, आनी, कंडाघाट और अंब के लिए विभिन्न श्रेणियों के पाँच पदों के सृजन के लिए अपनी स्वीकृति प्रदान की।
कैबिनेट ने कांगड़ा जिले के ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खुंडियान को 50 बेड वाले सिविल अस्पताल में अपग्रेड करने के लिए अपनी स्वीकृति प्रदान की ताकि क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें।
इसके अलावा कैबिनेट ने कांगड़ा जिले के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगथ को 50 बेडेड सिविल अस्पताल में अपग्रेड करने का भी निर्णय लिया।
कैबिनेट ने कांगड़ा जिले में कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तियारा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने और विभिन्न श्रेणियों के 13 नए पदों को भरने के लिए अपनी मंजूरी दी।
मंत्रिमंडल ने चंबा जिले के भटियात विधानसभा क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र समोट के उन्नयन के लिए 50 बेडेड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को मंजूरी दी।
राज्य में मौजूदा सूखे की स्थिति पर जल शक्ति विभाग द्वारा मंत्रिमंडल के समक्ष प्रस्तुतियां भी दी गई। आगे के निर्णयों के लिए सभी हितधारकों विभागों सहित मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया।
मंत्रिमंडल ने यह भी तय किया कि इस वर्ष 25 अप्रैल को अगला जन मंच होगा।