शिमला। प्रदेश की कांग्रेस सरकार विपक्ष का सामना करने से डर रही है इसलिए हिमाचल के इतिहास में सबसे कम दिनों का शीतकालीन सत्र आयोजित किया जा रहा है। यह बात भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी रणधीर शर्मा ने एक प्रैस वार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का आचरण लोकतंत्र के अनुरूप नहीं है। विधानसभा अध्यक्ष बोलते हैं कि अध्यक्ष वो सदन के अंदर हैं बाहर वो स्वंतत्र हैं।
कभी कहते हैं कि मैंने 6 विधायकों के सर कलम कर दिए और अब बोल रहे हैं कि भाजपा के 9 विधायकों का फैसला शीतकालीन सत्र में आएगा।
रणधीर ने कहा कि यह घटना बजट सत्र की है पर फैसला मॉनसून सत्र में नहीं आया। वैसे भी जब यह घटना हुई तब अध्यक्ष वहां नहीं थे। उन्होंने कहा कि वेल में जाना सामान्य बात है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष से उम्मीद है कि वह अपने पद की गरिमा बनाये रखते हुए लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पालन करेंगे और इस विषय पर सदस्यता खत्म करने जैसा गलत फैसला नहीं लेंगे।
मीडिया प्रभारी ने कहा कि 11 दिसंबर को सरकार 2 साल का जश्न मनाने जा रही है। जश्न मनाने जैसा कोई काम इस सरकार ने वैसे किया नहीं है।
समोसे पर जांच वाली सरकार, संस्थान बंद करने वाली सरकार, प्रदेश में व्यापक भृष्टाचार फैलाने वाली सरकार किस बात का जश्न मनाएगी जबकि सरकार का काम पूरी तरह निराशाजनक रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी भंग कर दी गयी है शायद इस बात का जश्न सरकार मना रही है।
रणधीर शर्मा ने कहा कि भाजपा हर स्तर पर सरकार को बेनकाब करेगी। भाजपा उनकी खोखली धमकियों से डरने वाली नहीं है।