शिमला।हिमाचल प्रदेश में सत्ता के गलियारों में बेधड़क घूमने वाले भगोड़े घोषित एमसी जैन को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया है। मध्य प्रदेश की भोपाल पुलिस को बीते कई दिनों से जैन की तलाश थी। जैन को जबलपुर उच्च न्यायालय के एक निर्णय के दस्तावेज से छेड़छाड़ के मामले में भगोड़ा घोषित किया गया था।
गिरफ्तार होने से पहले जैन शिमला में फर्जी समाजसेवी बनकर पत्रकारों व सरकारी अफसरों को गुमराह कर रहा था। पुलिस ने जैन को हरियाणा के अम्बाला स्थित उसके निवास से गिरफ्तार किया। पुलिस अधिकारियों ने बाकायदा एक फ़ोटो भी जारी किया है, जिसमें जैन के हाथ में हथकड़ी लगी है और उसे रेलगाड़ी में अम्बाला से मध्य प्रदेश ले जाया जा रहा है।
सूत्रों से जुटाई जानकारी के अनुसार जैन पर मध्य प्रदेश के पशुपालन विभाग में हुए घोटालों में संलिप्त रहने के आरोप हैं। एक पुलिस अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने के आग्रह पर कहा कि हमें आरोपी जैन को धर दबोचने में दो दिन लगे। हम बीते कई दिनों से उसकी तलाश में थे।
जैन का नाम हिमाचल में भी नकली शराब मामले में आया था। इस नकली शराब से मंडी में कई लोगो की मौत हुई थी। सिरमौर जिला के काला अम्ब पुलिस थाने में इस सम्बंध में केस दर्ज हुआ है। जैन ने स्वास्थ्य विभाग को भी गुमराह कर अपने परिवार वालों के नाम पर दवा लाइसेंस हासिल किए थे।
एक अन्य मामले में जैन ने हिमाचल सरकार के पास फ़र्ज़ी दस्तावेज जमा करवा कर कारोबार करने का आरोप है व उसके खिलाफ धोखाधड़ी का एक और केस भी दर्ज है।