दिनांक – 22 नवंबर 2022
दिन – मंगलवार
विक्रम संवत – 2079
शक संवत -1944
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत ॠतु
मास – मार्गशीर्ष् (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार कार्तिक)
पक्ष – कृष्ण
तिथि – त्रयोदशी सुबह 08:49 तक तत्पश्चात चतुर्दशी
नक्षत्र – स्वाती रात्रि 11:12 तक तत्पश्चात विशाखा
योग – सौभाग्य 06:38 तक तत्पश्चात शोभन
राहुकाल – शाम 03:10 से शाम 04:33 तक
सूर्योदय – 06:54
सूर्यास्त – 17:54
दिशाशूल – उत्तर दिशा में
व्रत पर्व विवरण- मासिक शिवरात्रि
विशेष – त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए
23 नवम्बर, बुधवार को अमावस्या है।
घर में हर अमावस अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी।
खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं।
अमावस्या
अमावस्या के दिन जो वृक्ष, लता आदि को काटता है अथवा उनका एक पत्ता भी तोड़ता है, उसे ब्रह्महत्या का पाप लगता है (विष्णु पुराण)