बिलासपुर। केंद्रीय स्वास्थ्य, रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि एम्स वास्तव में राज्य को केंद्र सरकार का एक अमूल्य उपहार है। उन्होंने कहा कि विश्व ने देश की बौद्धिक ताकत को स्वीकार किया है।
उन्होंने कहा कि नासा में कार्यरत 10 वैज्ञानिकों में से लगभग तीन वैज्ञानिक भारतीय हंै। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत देश की शक्ति को पहचाना और कोरोना वायरस के विरूद्ध स्वदेशी टीका विकसित करने के लिए वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा कि विश्व के 100 देशों को भारत में निर्मित एजिनोमाइसिन और रेमडेसीवीर जैसी दवाओं की आपूर्ति की गई। उन्होंने कहा कि देश में 123 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज तैयार की गई है और अन्य देशों को भी इसका निर्यात किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अपने वैज्ञानिकों, चिकित्सकों, उद्यमियों पर किए गए विश्वास के कारण ही यह सम्भव हो पाया।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने शत प्रतिशत टीकाकरण के अद्वितीय गौरव को हासिल कर देश के अन्य राज्यों का मार्ग प्रशस्त किया है।