शिमला। आर्मी में भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना के खिलाफ कांग्रेस ने सत्याग्रह शुरू किया है। देश भर में आज कांग्रेस ब्लॉक स्तर पर इस योजना के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रही है ।
हिमाचल में भी हर ब्लॉक पर धरने आयोजित किए जा रहे हैं। राजधानी शिमला में भी शेरे पंजाब के शहरी कांग्रेस धरने पर बैठ गई है और इस योजना को वापस लेने की मांग उठाई है।
शिमला शहरी कांग्रेस के अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
उन्हें केवल 4 साल के लिए नौकरी पर रखा जा रहा है और चार साल बाद केवल दस फीसदी को ही नौकरी पर रखा जाएगा और 90 फीसदी को घर भेजा जाएगा।
उसके बाद ये युवा क्या करेंगे, उसके बारे में केंद्र सरकार बता नहीं रही है। सरकार नौकरी देने के चार साल बाद बेरोजगार कर देगी और युवाओं को फिर से नौकरी के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ेगा। इस योजना से देश की एकता और अखंडता को भी खतरा है।
इसका विरोध कांग्रेस ही नहीं देश के युवाओं के साथ साथ पूर्व सैनिक भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार भी युवाओं को मुंगेरी लाल के सपने दिखा रही है।
प्रदेश में युवा पहले ही बेरोजगार हैं। पूर्व सैनिकों तक को नौकरी नहीं दे पा रही है और चार साल बाद वापिस आने वाले अग्निवीरो को कहाँ से सरकार नौकरी देगी।
जितेंद्र चौधरी ने कहा कि अग्निपथ योजना के खिलाफ कांग्रेस आज ब्लॉक स्तर पर धरना प्रदर्शन कर इस योजना को वापिस लेने की मांग कर रही है।