शिमला। प्रदेश में कोरोना वायरस की स्थिति को देखते हुए सरकार द्वारा की जा रही तैयारियों के दृष्टिगत इंडस अस्पताल शिमला को उपयोग में लाने के प्रति विचार किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा सके।
शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कैबिनेट द्वारा इस कार्य के लिए गठित कमेटी के साथ इंडस अस्पताल का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि कैबिनेट द्वारा अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आर डी धीमान की अध्यक्षता में इस कमेटी का गठन किया गया है जिसमें प्रधान सचिव वित्त प्रबोध सक्सेना एवं प्रधान सचिव राजस्व ओंकार चंद शर्मा शामिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि इंडस अस्पताल ट्रस्ट के अध्यक्ष बालक राम शर्मा से इस संबंध में प्रारम्भिक बातचीत की गई। इस दौरान बिल्डिंग का निरीक्षण तथा अन्य सुविधाओं के संबंध में जानकारी एकत्र की गई, जिसका आकलन कमेटी द्वारा बाद में किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के मामलों के बढ़ने के संभावित खतरे के दृष्टिगत प्रदेश में अस्पताल व अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं तैयार रखने के दृष्टिगत प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों, क्षेत्रीय अस्पतालों, उपमण्डल स्तर पर विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों व अन्य बड़े अस्पतालों को चिन्हित किया गया है ताकि मरीजों को आवश्यकता पड़ने पर इस दौरान सुविधा प्रदान कर क्वाॅरेंटाइन किया जा सके।
उन्होंने बताया कि शिमला नगर के सैन्य अस्पताल (वाॅकर हास्पिटल) जो निर्मित हो रहा है, को भी आवश्यकता पड़ने पर इस्तेमाल करने के लिए चिन्हित किया गया है, जिसके लिए सेना के उच्च अधिकारियों व रक्षा मंत्रालय से बातचीत करने के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह भी किया गया है।
ज्ञात रहे कि सरकार ने अभी शिमला में दीन दयाल उपाध्याय जोनल अस्पताल को कोविड मरीजों के लिए चिन्हित किया है। शहर के बहुत से लोग पर इस निर्णय से खुश नहीं हैं और सरकार पर उनके द्वारा इस निर्णय को बदलने का दबाव बनाया जा रहा है।