शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में क़ानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। हर तरफ़ माफिया हावी है। प्रदेश में अपराध का ग्राफ आसमान छू रहा है।
सरकार ने लोगों की सुरक्षा को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि नालागढ़ जैसे औद्योगिक क्षेत्र में सरेआम दो लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्यारे तलवार-चाकू लेकर प्रदेश में आए और दो लोगों को सरेराह मार कर भाग गए। प्रदेश में ऐसा कभी नहीं हुआ।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दूसरे प्रदेश से लोग आते हैं, देवभूमि में हत्या करके चले जाते हैं। पुलिस कुछ भी नहीं कर पाती है। पुलिस उन्हें रोकना तो दूर पकड़ भी नहीं पाती है। तीन हत्यारे हथियारों के साथ प्रदेश की सीमा में कैसे आए और कैसे भाग गए, मुख्यमंत्री को इस बात का जवाब प्रदेश को देना होगा।
लोगों के मन में पुलिस का ख़ौफ़ ही नहीं हैं। इस तरह की वारदात कोई पहली बार नहीं हुई है। इसके पहले चंबा में एक युवक को आठ टुकड़ों में काट कर फेंक दिया। पुलिस पर मृतक के परिजनों ने मामले में लीपापोती करने का आरोप लगाया। हर बार पुलिस पर लापरवाही और माफ़ियाओं के साथ सख़्ती न करने के आरोप लग रहे हैं। मुख्यमंत्री स्वयं इसका संज्ञान लें।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नालागढ़ में पहले भी उद्योगपति माफ़ियाओं की प्रताड़ना से पलायन करने का अल्टीमेटम दे चुके हैं। आये दिन खनन माफियाओं द्वारा किसी न किसी प्रकार की आपराधिक घटना मीडिया की सुर्ख़ियां बन रही है। खनन माफ़ियाओं द्वारा दिन दहाड़े गोलीबारी की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं।
हर बार पुलिस द्वारा आरोपितों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने में लापरवाही करने के भी आरोप लग रहे हैं। आख़िर इस तरह के माफ़ियाओं को किसका संरक्षण है। खनन माफिया द्वारा पुलिस के साथ मारपीट की गई। मोबाइल छीन लिया गया। अगर प्रदेश में अपराधियों के हौंसले इस कदर बुलंद हो जाएंगे तो आम आदमी का जीना मुश्किल हो जायेगा।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस हत्याकांड पर पुलिस सख़्त से सख़्त कार्रवाई करे। अपराधी चाहे जहां भी छिपे हों, उन्हें पकड़ के लाये और सख़्त से सख़्त सज़ा दिलवाए जिससे आगे कोई भी तरह की वारदात करने की हिम्मत न कर सके।
उन्होंने कहा कि नालागढ़ एक औद्योगिक क्षेत्र हैं। प्रदेश के आर्थिक गतिविधि का प्रमुख केंद्र है। ऐसी जगहों पर इस तरह की वारदात होना अपने आप में बड़ी चूक है। औद्योगिक क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं लोगों में असुरक्षा का भावना पैदा करेगी। इससे औद्योगिक गतिविधियां भी प्रभावित होंगी। यह प्रदेश के लिए अच्छी स्थिति नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इसके पहले रोहडू के टिक्कर में एक मासूम के साथ एक दुकानदार द्वारा बर्बर कृत्य किया गया और उस मामले में भी पुलिस पीड़ित को टालती रही। जब वीडियो वायरल हुआ तब जाकर कार्रवाई की गई। पिछले आठ महीने में सैंकड़ों मामलों में पीड़ित ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि यह प्रदेश देवभूमि हैं और क़ानून व्यवस्था और शांति के लिए देश भर में हिमाचल की पहचान है इसलिए किसी भी हालत में क़ानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। सरकार प्रदेश की बिगड़ती क़ानून व्यवस्था पर ध्यान दे। देवभूमि में इस तरह से माफिया का बोलबाला हम नहीं चलने देंगे।