बाहरी राज्यों से सामान्य कारणों से हमीरपुर जिला में आने वाले लोगों को पास जारी करने पर फिलहाल रोक

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उपायुक्त ने की हाई लोड शहरों से आए लोगों की निगरानी एवं अन्य प्रबंधों की समीक्षा

हमीरपुर। उपायुक्त हरिकेश मीणा ने सभी उपमंडलाधिकारियों (ना.), खंड विकास अधिकारी एवं खंड चिकित्सा अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक आयोजित की और कोविड-19 के अत्यधिक संक्रमित मामलों वाले शहरों (हाई लोड सीटी) से जिला में आने वाले लोगों की निगरानी, स्क्रीनिंग एवं सेंपलिंग सहित विभिन्न प्रबंधों की समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि हमीरपुर जिला में पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 संक्रमित मामलों में वृद्धि दर्ज हुई है और वर्तमान में सक्रिय मामले 26 से बढ़कर 89 तक पहुंच गए हैं। जिला में सक्रिय मामलों में सभी हाई लोड शहरों से आए लोग या इनके प्राथमिक सम्पर्क ही शामिल हैं।

प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप पिछले दो-तीन दिनों से विशेष तौर पर हाई लोड शहरों से आने वाले लोगों को केवल अति आवश्यक कारणों पर ही पास जारी किए जा रहे हैं। सामान्य कारणों से जिला में आने वाले लोगों के लिए पास फिलहाल बंद कर दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि 26 अप्रैल से 22 जून तक जिला में 27,599 लोग बाहरी राज्यों से पहुंचे हैं। इसी प्रकार गत 4 जून से 20 जून तक 1,331 लोग दिल्ली सहित विभिन्न हाई लोड शहरों से हमीरपुर जिला में आए हैं। इनमें से 70 प्रतिशत लोगों के सेंपल लिए जा चुके हैं और शेष के नमूने लेने की प्रक्रिया जारी है। जिला में अभी तक 9,437 सेंपल जांच हेतु भेजे जा चुके हैं। आज भी 255 सेंपल लिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि जिला में संस्थागत संगरोध की क्षमता 800 के करीब है और गत 20 जून, 2020 तक लगभग 750 लोग संस्थागत संगरोध में रखे गए थे। इसी प्रकार गृह-संगरोध में भी तीन हजार से अधिक लोग रखे गए हैं।

एनआईटी परिसर हमीरपुर में स्थापित समर्पित कोविड केयर सेंटर में 180 बिस्तर की क्षमता है और अभी सक्रिय मामलों में 83 लोग ही वहां दाखिल हैं। यहां व्यवस्था और बेहतर करने की भी समीक्षा की जा रही है। फिलहाल स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।

उन्होंने कहा कि संगरोध लोगों की निगरानी, स्क्रीनिंग एवं प्रबंधन एक चुनौती है और सभी टीमें इसे स्वीकार करते हुए अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं। निगरानी व्यवस्था की समय-समय पर समीक्षा की जा रही है। सर्विलांस, स्क्रीनिंग, सेंपल लेने सहित सक्रिय मामलों में प्राथमिक व द्वितयिक सम्पर्कों की पहचान का कार्य और भी तेज किया गया है।

कंटेनमेंट जोन में एसडीएम स्वयं दौरा कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे और लोगों से सम्पर्क स्थापित करते हुए वहां कार्य कर रहे कर्मियों का उत्साहवर्द्धन भी करेंगे। पंचायतों में ग्राम स्तर तक लोग जागरूक हैं और संस्थागत एवं गृह-संगरोध में नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करने में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिन कर्मचारियों के परिवार में लोग बाहरी राज्यों से आए हैं और गृह-संगरोध में हैं, उन्हें कार्यालय न आने के निर्देश व परामर्श पूर्व में जारी किया गया है। इसकी उल्लंघना करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

अगर कोई नियोक्ता भी ऐसे व्यक्तियों को दुकानों इत्यादि सहित अन्य सार्वजिनक स्थलों जहां लोगों का आना-जाना अधिक रहता है, वहां पर कार्य के लिए रखता है तो उसके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। उन्हें कार्य स्थल पर ही संगरोध की व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

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