नेरवा, नोविता सूद। नेरवा क्षेत्र के लोगों ने सुक्खू सरकार के हरेक विधान सभा क्षेत्र एक एक अस्पताल को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में विकसित करने के निर्णय का स्वागत किया है तथा साथ ही नेरवा अस्पताल को यह दर्जा मिलने की उम्मीद भी ज़ाहिर की है।
नगर पंचायत नेरवा की अध्यक्ष बबिता तंगड़ाईक, पार्षद शूरवीर राणा, संजय राल्टा, शांति झगटा, योगेंद्र पुरटा, रूचि ज़िंटा,।सीमा मनसाईक, व्यापार मंडल नेरवा के अध्यक्ष राजीव भिख्टा, उपाध्यक्ष दिनेश अमरेट, महासचिव जगत चौहान, कोषाध्यक्ष प्रदीप चौहान तथा नेरवा वासियों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि उपमंडल चौपाल और कुपवी की चार दर्जन पंचायतों के केंद्र बिंदु नेरवा स्थित अस्पताल को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में विकसित किया जाए।
अस्पताल में आधुनिक सुविधाएं होने से इसका फायदा चौपाल और कुपवी की दर्जनों पंचायतों के हजारों लोगों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि नेरवा अस्पताल चौपाल और कुपवी उपमंडलों का केंद्र बिंदु है।
नेरवा में अस्पताल का नया भवन भी बनकर तैयार है एवं अस्पताल तक बड़े वाहन योग्य सड़क भी है तथा एक आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के सभी मापदंडों को पूरा करता है। इस लिहाज से इसे आदर्श स्वास्थ्य संस्थान का दर्जा दिया जाना पूरी तरह उचित है।
बता दें कि नेरवा अस्पताल में रोजाना दो सौ से अधिक ओपीडी रहती है। इस समय अस्पताल में एक्सरे एवं अल्ट्रा साउंड जैसी बुनियादी सुविधाएं तक नहीं हैं। लोगों को एक एक्सरे तक करवाने के लिए शिमला जाना पड़ता है।
इस के लावा विशेषज्ञ चिकित्स्कों की कमी के चलते लोगों को छोटी छोटी बीमारी के लिए भी आईजीएमसी शिमला अथवा प्रदेश के दूसरे बड़े अस्पतालों का रुख करना पड़ता है।
सबसे बड़ी परेशानी तो दुर्घटना आदि होने पर होती है, जब सुविधाओं के अभाव में मामूली घायलों को भी आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया जाता है। उपरोक्त तथ्यों के आधार पर नेरवा अस्पताल में आधुनिक सुविधाएं होना अति आवशयक है।
लोगों का कहना है कि यदि नेरवा अस्पताल को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान का दर्जा मिल जाए तो हजारों लोगों को घर के समीप ही बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकती हैं।