नेरवा, नोविता सूद। हरेक विधान सभा चुनाव के बाद लोगों को नई सरकार से कुछ ऐसी मांगों के पूरा होनी की आशा रहती है, जिन्हें पूर्व की सरकारों ने अनदेखा किया हो। देखा जाए तो सत्ता परिवर्तन के रिवाज में इस तरह के पहलुओं को नज़रअंदाज भी नहीं किया जा सकता, क्योंकि एक वर्ग के लोग केवल पुरानी मांगों की अनदेखी की वजह से भी परिवर्तन के लिए मतदान करते है।
क्षेत्र के लोगों की कुछ ऐसी जरूरी अपेक्षाएं सरकार से रहती है, जिन के पूरा होने से उनका जीवन सुविधाजनक हो सकता है। परिवहन व्यवस्था से सम्बंधित एक ऐसी ही मांग दो दशक से चौपाल और नेरवा के बाशिंदों की भी रही है।
क्षेत्र के लोग बीते अढ़ाई दशक से दिल्ली और चंडीगढ़ के लिए सीधी बस सेवाएं शुरू करने की मांग कर रहे हैं, परन्तु चौपाल का प्रतिनिधित्व करने वाले किसी भी नुमाइंदे ने आज तक ना तो इस मांग को गंभीरता से लिया और ना ही इसके लिए कोई प्रयास किया।
करीब एक दशक पूर्व नेरवा में परिवहन निगम का डिपो खुलने के बाद लोगों को उम्मीद बंधी थी कि अब शायद दिल्ली और चंडीगढ़ उनके करीब आ जाएंगे, परन्तु उनकी यह उम्मीद एक सपना बन कर ही रह गई । बता दें कि नेरवा डिपो को अस्तित्व में आये आठ साल से ज्यादा समय बीत चुका है । प्रदेश का शायद ही परिवहन निगम का कोई ऐसा डिपो हो जहाँ से दिल्ली,चंडीगढ़ अथवा अन्य प्रदेशों के बड़े शहरों के लिए बसें ना चलती हों,परन्तु नेरवा एक मात्र ऐसा डिपो है जहां से दिल्ली या चंडीगढ़ तो दूर की बात है शिमला, सोलन और सिरमौर के लिए चलने वाली सोलन और नाहन परिवहन निगम के डिपुओं की चलने वाली बसों के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों के लिए भी बस सेवायें नहीं है।
प्रदेश में नैना देवी, चिंतपूर्णी,जवालाजी,ब्रजेश्वरी मंदिर कांगड़ा एवं चामुंडा पांच बड़े शक्तिपीठ हैं। चौपाल के अलावा प्रदेश का शायद ही कोई ऐसा विधान सभा क्षेत्र हो जहां से इन शक्तिपीठों के लिए बसें न चलती हों, परन्तु चौपाल के लोगों को इन शक्तिपीठों की अपनी धार्मिक यात्रा के लिए कई बसें बदल बदल कर सफर करना पड़ता है।
नई सरकार से चौपाल के लोगों को इन क्षेत्रों के लिए बस सेवायें शुरू करने की उम्मीद करना स्वाभाविक है। बहरहाल लोग चुनाव में चौपाल विधान सभा क्षेत्र से चुने जाने वाले विधायक से आशा कर रहे हैं कि वह नेरवा से दिल्ली, हरिद्वार (रात्रि सेवा), चंडीगढ़, ज्वालाजी, चामुंडा, चिंतपूर्णी एवं धर्मशाला तथा चौपाल से चंडीगढ़ वाया सोलन, दिल्ली, हरिद्वार एवं ऊना आदि के लिए नए रुट शुरू करवा कर क्षेत्र के लोगों की इन पुरानी मांगों को जरूर पूरा करेंगे।