शिमला। उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने रामपुर बुशैहर के लवी मेला मैदान में अंतर्राष्ट्रीय लवी मेला जोकि 11 नवम्बर से आरम्भ हुआ था के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय लवी मेला तीन शताब्दी पुराना है और यह पहाड़ी संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक है। उन्होंने युवा पीढ़ी से आह्वान किया कि अपने रिति-रिवाजों और मेलों की संस्कृति पर गर्व करें और इनसे प्रेरणा लेकर सकारात्मक सोच को बढ़ावा दें।
उन्होंने बताया कि लवी व्यापार मेले में जनजातीय उत्पाद और संस्कृति की झलक मिलती है तथा स्थानीय लोगों को व्यापार एवं स्टाॅल स्थापित करने का अवसर मिलता है, जिससे विशेषकर ग्रामीण महिलाओं की आय में वृद्धि होती है और वे आत्मनिर्भरता की राह की ओर अग्रसर होते हैं।
उपायुक्त ने बताया कि बदलते सामाजिक परिवेश में अंतर्राष्ट्रीय लवी मेले का महत्व कम नहीं हुआ है और इसका नवीनतम स्वरूप अधिक से अधिक लोगों को आकर्षित करता है।
उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का जायजा लिया और ईनाम वितरित किए, जिसमें कृषि विभाग अव्वल, पशु पालन विभाग द्वितीय तथा तृतीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और बागवानी विभाग शामिल है।
इस अवसर पर चुड़ेश्वर सांस्कृतिक मण्डल राजगढ़ और महादेव सांस्कृतिक दल पवारी, जिला किन्नौर के कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी और स्थानीय लोगों का मनोरंजन किया।
इससे पूर्व उपमण्डलाधिकारी रामपुर सुरेन्द्र मोहन ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और अंतर्राष्ट्रीय लवी मेला पर विस्तृत जानकारी प्रदान की।