हमीरपुर। देश और प्रदेश को आर्थिक कंगाली के दौर में धकेलने की हर जुगत व जुगाड़ में लगी बीजेपी सरकार आम जनता को आर्थिक गुलाम बनाने के एजेंडे पर काम कर रही है।
यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। उन्होंने कहा कि महंगाई बढ़ाने के नए फंडे पर काम करते हुए अब सरकार ने रातोंरात 40 से 50 रुपए तक सीमेंट के दाम बढ़ा दिए हैं।
राणा ने कहा कि सरकार जो मर्जी दलीलें दे ले लेकिन सीमेंट के दाम सरकार की कथित सहमति व मिलीभगत के बिना बढ़ाने का दुसहास सीमेंट कंपनियां कतई नहीं कर सकती हैं। राणा ने कहा कि हैरानी यह है कि जमीन प्रदेश की, जंगल प्रदेश के तबाह हो रहे हैं।
प्रदुषण के कारण सजा प्रदेश के लोगों को मिल रही है। सीमेंट ढुलाई में सड़कें प्रदेश की टूट रही हैं लेकिन प्रदेश के लोगों को ही सीमेंट देश भर में सबसे महंगा मिल रहा है। यह अन्याय नहीं, घोर अन्याय है।
राणा ने तंज कसते हुए कहा कि दरअसल में सरकार येन-केन प्रकरण से आम नागरिक को आर्थिक गुलाम बनाने पर आमादा हो चुकी है। इसलिए मेहनतकश लोगों की जेब से आखिरी दमड़ी निकालने का सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि इसी तरह सरिया के दाम करीब 9 हजार प्रति क्विंटल के हो रहे हैं। भवन निर्माण में रेत, बजरी के दाम आसमान छू रहे हैं। जबकि बिजली का सामान 70 फीसदी से ज्यादा महंगा हो चुका है। आखिर इस महंगाई के पीछे सरकार की नाकामी नहीं तो और क्या है।
सरकार अपनी पब्लिसिटी पर करोड़ों रुपए खर्च रही है। प्रदेश की जनता को गुमराह करने के लिए प्रदेश की तमाम सरकारी व गैर-सरकारी ईमारतों पर सरकार की पब्लिसिटी के डंके बज रहे हैं लेकिन जमीनी स्तर पर आम आदमी महंगाई से हाल-बेहाल है।
राणा ने कहा कि बीजेपी की सरकार के बीते चार सालों में सीमेंट के दाम 200 रुपए प्रति बोरी बढ़े हैं जबकि सरिया का दाम 4 से 5 हजार रुपए प्रति क्विंटल बढ़ा है। इसी तरह बिजली का 10 रुपए का स्विच अब 20 रुपए में मिल रहा है।
इन हालातों में रोटी-पानी के जुगाड़ से जूझ रहे आम नागरिक के लिए इस सरकार में आशियाना बनाना तो अब सपनों की बात बनकर रह गया है। राणा ने कहा कि महंगाई बढ़ाने की अति कर चुकी सरकार को सबक देने के लिए अब आम नागरिक को आगे आना होगा ताकि बेलगाम महंगाई पर लगाम लग सके व बीजेपी सरकार आराम कर सके।