विवि ने सौंपा विजन प्लान, अगले साल 21 नए कामों को शुरू करना प्राथमिकता
शिमला। प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ रामलाल मारकण्डा ने प्रेसवार्ता में कहा कि हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर को जल्द तकनीकी एवं कौशल विकास विश्वविद्यालय का नाम दिया जाएगा।
युवाओं के कौशल को बढ़ावा देने के लिए तकनीकी विवि की बोर्ड ऑफ गवर्नर (बीओजी) ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है, जिसे के सरकार के स्वीकृति के मंत्रिमंडल में रखा जाएगा। शिमला में तकनीकी शिक्षा मंत्री व कुलपति प्रो एसपी बंसल ने संयुक्त प्रेसवार्ता की।
उन्होंने कहा कि तकनीकी विवि हमीरपुर ने 2021 का 21/21 विजन प्लान सौंपा है, जिसमें 21 बड़े नए कामों को शुरू करने की योजना बनाई है जिसके लिए तकनीकी विवि ने अभी से कवायद शुरू कर दी है।
डाॅ मारकण्डा ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से जेईई की परीक्षा समय पर आग्रह किया। उन्होंने कहा कि तकनीकी विवि अगले वर्ष अपने परिसर में बीटेक कंप्यूटर साइंस, शैक्षणिक स्टाफ विकास सेंटर, कौशल विकास केंद्र, ऊष्मायन केंद्र, विवि परिसर में पीएचडी शुरू करना, तकनीकी विवि के छात्रों के छात्रावास, जनजातीय छात्रों के लिए अलग छात्रावास, तकनीकी विवि के प्राध्यापकों आवास, विवि के गैर शिक्षक वर्ग के आवास, स्टेडियम, ऑडिटोरियम, ओपन एयर थियेटर, टक शॉप्स, सामुदायिक रेडियो, रिसर्च हब, पूर्ण ऑटोनोनेशन ईआरपी, पूणर्तया बीबीए/एमबीए, कुलपति आवास, शैक्षणिक ब्लॉक फेज-2 का निमार्ण, गेस्ट हाउस का निमार्ण करने की योजना बनाई है।
उन्होंने कहा कि तकनीकी विश्वविद्यालय ने पहली बार जनजातीय क्षेत्र में ऑफ कैंपस की शुरूआत की है। इसी शैक्षणिक सत्र से ऑफ कैंपस में बीटेक कंप्यूटर सांइस और एमबीए (टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट) के विषय शुरू किए, जिससे जनजातीय क्षेत्र के बहुत विद्यार्थी लाभाविंत होंगे। इसके अलावा विवि को एमटेक कंप्यूटर सांइस की मान्यता मिली है।
साथ ही विवि की स्थापना के बाद पहली बार पिछले दो साल में दो दीक्षांत समारोह आयोजित किए गए हैं, जो एक सहारनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि वतर्मान जयराम सरकार ने तकनीकी विवि को अनुरूप सम्पूर्ण विश्वविद्यालय बनाया गया जिसके चलते विवि परिसर हमीरपुर में एम टैक, एमसीए, एमबीए, एमबीए ( टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट), बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी (चार साल का कोर्स), एम एससी फिजिक्स, एम एससी (पयार्वरण विज्ञान), प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल से विश्वभर में पहचान बनाने वाले योग विषय में एक साल का डिप्लोमा कोर्स भी शुरू किया है।
प्रदेश सरकार ने पहली बार 2010 के बाद हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर को एकमुश्त 10 करोड़ रुपये की आवतीर् ग्रांट जारी की है, जिसे अब प्रतिवर्ष देने का प्रावधान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि तकनीकी विवि का अपना स्थाई परिसर तेज गति से विकसित किया जा रहा है। प्रशासनिक ब्लॉक का लोकापर्ण मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा 6 दिसंबर, 2019 को किया गया है।
इसके अलावा शैक्षणिक ब्लॉक का निमार्ण कार्य अंतिम चरण में है। इसी साल नवंबर माह के अंतिम या दिसंबर के पहले सप्ताह तक शैक्षणिक ब्लॉक के भवन का लोकापर्ण करना प्रस्तावित है।
उन्होंने कहा कि तकनीकी विश्वविद्यालय ने ई-पुस्तकालय की स्थापना है। कोरोना संकट में ई-पुस्तकालय में दो लाख से अधिक विद्यार्थियों व शोधार्थियों ने इस सुविधा का लाभ लिया है।
ई-पुस्तकालय के माध्यम से सभी विद्यार्थियों की ऑनलाइन पढ़ाई संभव हो पाई है। शोध और नए आईडिया को बढ़ावा देना विवि की प्राथमिकता रही है, जिसके लिए विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों के नवाचार एवं नए आईडिया के लिए प्रति छात्र 50 हजार रुपये देने का प्रावधान किया गया है।
इसके साथ शिक्षकों और शोधार्थियों के लिए विभिन्न प्रोजेक्ट देकर प्रति प्रोजेक्ट तीन लाख रुपये का बजट का प्रावधान किया गया। इस प्रोजेक्टों पर 30 लाख रुपये की राशि दी गई। निकट भविष्य में शोध को प्रोत्साहन देने के लिए इस प्रकार की गतिविधियों को जारी रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में कोरोना काल में बीटेक अंतिम वषर् की परीक्षाओं का परिणाम सबसे पहले घोषित करने का श्रेय हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर मिला है। जिसके लिए विवि की पूरी टीम बधाई की पात्र है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने अंतिम सत्र एवं टर्मिनल परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया है। चार सितंबर से प्रदेश के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर अंतिम सत्र एवं टर्मिनल परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
इस मौके पर तकनीकी विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता शैक्षणिक एवं जनसम्पर्क अधिकारी प्रो कूलभूषण चंदेल, अधिष्ठाता अभियंत्रिकी डॉ धीरेंद्र शर्मा भी उपस्थित रहे।