कोविड-19 संकट में भी छोटे बच्चों, धात्री एवं गर्भवती महिलाओं का रखा पूरा ध्यान, आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से घर-द्वार पहुंच रहा पोषाहार, लाभार्थियों ने जताया आभार

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हमीरपुर। वैश्विक महामारी कोरोना के संकटकाल में भी जिला के छोटे बच्चों तथा धात्री महिलाओं के पोषण का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन ने इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से उचित व्यवस्था की है। इससे जिला के 19 हजार से अधिक छोटे बच्चे एवं छह हजार के लगभग गर्भवती एवं धात्री महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं।

उपायुक्त हरिकेश मीणा ने कहा कि जिला में कोरोना वायरस कोविड-19 महामारी के कारण जारी लॉकडॉऊन के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 1351 आंगनबाड़ी केन्द्रों में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकताओं तथा सहायिकाओं के माध्यम से 6 मास से 6 वर्ष की आयु के 19,596 बच्चों तथा 5,965 गर्भवती तथा धात्री महिलाओं को घर-घर जाकर राशन इत्यादि वितरित करने की व्यवस्था की गई है।

विशेष पोषाहार कार्यक्रम के तहत जिला में इस दौरान 568 क्विंटल चावल, 103 क्विंटल, 14,094 लीटर खाद्य तेल, 9 क्विंटल नमक, 487 क्विंटल दलिया, 219 क्विंटल काला चना, 84 क्विंटल राजमाह, 72 क्विंटल मूंग, 21 क्विंटल सेवियां तथा 70 क्विंटल दूध इत्यादि पोषाहार खाद्य पदार्थ जिला के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में उपलब्ध करवाए गए, ताकि उपरोक्त आयु वर्ग के बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। अप्रैल व मई का राशन वितरित किया जा चुका है।

हमीरपुर के वार्ड नंबर-9 की नेहा ने बताया कि पूर्णबंदी के दौरान भी महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से उन्हें घर पर ही राशन पहुंचाया गया। इसी वार्ड की निशा ने राशन पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार का धन्यवाद किया है।

जिला कार्यक्रम अधिकारी हुकमचंद शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत 22 लाभार्थियों को 11 लाख, 11 हजार रूपए की राशि प्रदान की गई। मदर टेरेसा मातृ संबल योजना में जिला के 1,205 लाभार्थी बच्चों को 34 लाख 91 हजार रूपए की सहायता राशि उपलब्ध करवाकर लाभान्वित किया गया।

इसके अतिरिक्त प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र को एक-एक हजार रूपए लागत की मास्क, ग्लब्ज, सेनीटाईजर, साबुन तथा टॉयलट क्लीनर से युक्त स्वच्छता किट प्रदान की गई।

जरूरतमंदों को बांटे 7800 मास्क

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तथा स्वयं सहायता समूहों ने अभी तक लगभग 7,800 मास्क तैयार कर जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क वितरित किए हैं। इनमें से आंगनबाड़ी केन्द्रों द्वारा 6,300 मास्क तथा स्वयं सहायता समूहों ने 1,500 मास्क तैयार किए।

जिला प्रशासन द्वारा प्रतिनियुक्त 194 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने एक्टिव केस फाइंडिंग खंड सर्वेक्षण में भी भूमिका निभाई। वे होम क्वारंटीन व्यक्तियों की निगरानी, उन्हें नियमित रूप से स्वच्छता, मास्क लगाने, सामाजिक दूरी बनाए रखने सहित कड़े संगरोध नियमों का पालन करने के लिए जागरूक एवं प्रेरित भी कर रही हैं।

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