शिमला। मोटरसाइकिल और स्कूटर बनाने वाली दुनिया की बड़ी कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने शिमला में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, हिमाचल प्रदेश को चार फर्स्ट रिस्पॉन्डर वाहन दान किये हैं। यह कदम कोविड-19 से लड़ाई के खिलाफ किए जा रहे राहत प्रयासों के लिए कंपनी की कॉरपोरेट सोशल रेस्पॉन्सबिलिटी (सीएसआर) की पहल के रूप में उठाया गया है।
हीरो मोटोकॉर्प ने ये चार एफआरवी ,अमिताभ अवस्थी, सचिव स्वास्थ्य, हिमाचल प्रदेश को रमेश चंद, उप-निदेशक कोविड-19 सामग्री आपूर्ति, हिमाचल प्रदेश की उपस्थिति में सौंपे।
ये अनोखे और बहुपयोगी वाहन ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों के मरीजों तक पहुंचने में काफी मददगार साबित होंगे। इससे इन क्षेत्रों में रहने वाले मरीजों को सुविधाजनक ढंग से नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया जा सकेगा।
इन फर्स्ट रेस्पॉन्डर वाहनों को हीरो मोटोकॉर्प की शक्तिशाली एक्सट्रीम 200आर मोटरसाइकिलों पर एक एक्सेसरी के रूप में विशिष्ट रूप से निर्मित किया गया है।
ये फर्स्ट रेस्पॉन्डर वाहन फुल स्ट्रेचर से लैस है, जिसमें एक किनारे पर फोल्ड किए जाने लायक सिर को कवर किए जाने वाले हुड होते हैं। इस वाहन में आवश्यक मेडिकल उपकरण होते हैं।
यह वाहन अलग की जानी वाली फर्स्ट-एड किट, ऑक्सीजन सिलिंडर, आग बुझाने वाले उपकरण और दूसरे सेफ्टी फीचर्सए जैसे एलईडी फ्लैशर लाइट्सए फोल्ड की जाने वाली बीकन लाइट्स, आपातकाल में इस्तेमाल किए जाने वाले पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम और सायरन आदि से लैस हैं।
विजय सेठी, चीफ इंफॉर्मेशन ऑफिसरए, चीफ ह्युमन रिसोर्सेज ऑफिसर, हेड कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलटी, हीरो मोटोकॉर्प ने कहा, कोविड-19 महामारी के खिलाफ अपने सहयोग को जारी रखते हुये, हीरो मोटाकॉर्प ने विभिन्न राज्यों के अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को फर्स्ट-रेस्पॉन्डर व्हीकल प्रदान करने की एक बड़ी पहल शुरू की है।
इसका उद्देश्य ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में स्थित मरीजों की मदद करना है। इन रेस्पॉन्डर वाहनों को जयपुर में हीरो के सेंटर ऑफ इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी और गुडग़ांव में कंपनी के निर्माण संयंत्र में स्थित न्यू मॉडल सेंटर में इंजीनियरों की संयुक्त पहल के माध्यम से डिजाइन और विकसित किया गया है।
फर्स्ट रेस्पॉन्डर व्हीकल को सभी जरूरी चिकित्सीय उपकरण के साथ की गई है, जो उन मरीजों को तत्काल सहयोग उपलब्ध कराते हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराये जाने की जरूरत होती है।
अब तक हीरो मोटोकॉर्प ने 25 से अधिक एफआरवी को विभिन्न भारतीय राज्यों हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश के राज्य अधिकारियों को सौंपा है।