शिमला, 10 मई, 2020। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एवं मानवाधिकारों के लिए कार्यरत संस्था डिफेंडर्स ऑफ ह्यूमन राइट्स (डीएचआर) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति सुरेंद्र सिंह ठाकुर ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखकर अपील की है कि शिमला में कोरोना पीड़ित युवक के अंतिम संस्कार में नियमों के उल्लंघन के मामले की जांच कराई जाए।
उन्होंने कहा कि इस मामले में जिला प्रशासन ने केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों का खुला उल्लंघन किया।
न्यायमूर्ति सुरेंद्र सिंह ठाकुर ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा कि युवक का अंतिम संस्कार आधी रात को किया गया जो कि कोविड -19 के मृतकों के बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 15 मार्च को जारी गाइडलाइंस का खुला उल्लंघन है।
उन्होंने कहा कि इन गाइडलाइंस में बिल्कुल स्पष्ट लिखा है कि मृतक के शव को उसके परिजनों को सौंप दिया जाए अथवा उसे मुर्दाघर में रखा जाए। अन्तिम संस्कार में जरुरी सावधानियाँ बरतते हुए सभी धार्मिक रीति रिवाजों का पालन किया जाए।
उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि इस मामले की गंभीरता देखते हुए शव का अपमान करने वाले अधिकारी के खिलाफ तुरंत जांच के आदेश दिए जाने चाहिए।