वनों का विस्तार हमारी नैतिक जिम्मेदारी, कनलोग में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में बोले शिक्षा मंत्री

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शिमला। वनों का विस्तार नैतिक जिम्मेदारी है, जिसके संवर्धन व संरक्षण के लिए हमें व्यक्तिगत तौर पर प्रयास करने होंगे ताकि पर्यावरण की सुरक्षा व स्वच्छता सुनिश्चित की जा सके।

शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज भाजपा महिला मोर्चा शिमला द्वारा कनलोग में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम के उपरांत यह विचार व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते लोग बड़ी संख्या में आगे आकर वन विभाग के साथ मिलकर पौधा रोपण का कार्य कर रहे है, जो कि पर्यावरण संरक्षण में सहायक होगा।

उन्होंने आम जनमानस से अपील की कि वे भी वन महोत्सव में पौधारोपण के लिए स्वैच्छा से आगे आएं और वन विभाग के साथ मिलकर उनका संरक्षण व संवर्धन भी करें।

उन्होंने इस अवसर पर स्थानीय लोगों द्वारा लगाया गया पीपल के पेड़ की पूजा-अर्चना की तथा बताया की पीपल का पेड़ हमारे धार्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ बहुतायत आॅक्सीजन का भी प्रतीक है।

उन्होंने बताया कि शिमला शहर में पुराने देवदार के पेड़ विभिन्न निर्माण कार्यों एवं पौधों का जीवनकाल की वजह से अब यह पेड़ कमजोर होते जा रहे हैं।

इन पेड़ों के स्थान पर नए पौधे लगाना अति आवश्यक है। उन्होंने बताया कि शिमला शहर की खूबसूरती पेड़-पौधों पर ही निर्भर है, इस कारण शिमला शहर के पर्यावरण व सौंदर्यीकरण की दृष्टि से पेड़ों का लगना जरूरी है।

उन्होंने बताया कि सावन के महीने में पौधा रोपण का कार्य अच्छे से किया जाता है। इसी कड़ी में वन विभाग हर वर्ष वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन करता है।

उन्होंने बताया कि राज्यस्तरीय वन मोहत्सव कार्यक्रम के आयोजन में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पीटर हाॅफ में पौधे रोपित कर शुभ आरंभ किया था।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के आह्वान पर पार्टी के जिला स्तर पर, मण्डल व बूथ स्तर पर वन महोत्सवों का आयोजन कर पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है।

इस नेक कार्य के लिए शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भाजपा महिला मोर्चा शिमला को बधाई दी।
इस अवसर पर शिक्षा मन्त्री सुरेश भारद्वाज ने अखरोट का पौधा रोपित किया।

इस दौरान उपस्थित वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं कार्यकर्ताओं ने अखरोट, बान, खानौर, दाडू, बुरांस एवं अन्य पौधे रोपित किए।

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