शिमला, 23 मई, 2020। आपदा की आहट ही रेडक्राॅस सोसायटी को चौकन्ना कर देती है और यह संस्था मानव सेवा के लिए तत्पर हो जाती है। अभी हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी ने दस्तक भी नहीं दी थी कि जिला रेडक्राॅस सोसायटी मण्डी ने कमर कस ली और यह संस्था तैयार हो गयी आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए।
इस कोरोना संकट में जिला रेडक्राॅस सोसायटी मण्डी जरूरतमंदों के लिए एक आशा की किरण बन कर सामने आई। जरूरतमंद लोग राहत के लिए संस्था की बाट निहारने लगे।
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क का प्रयोग जरूरी था और इसके प्रयोग को सरकारी स्तर पर भी अनिवार्य घोषित कर दिया गया था। इन परिस्थितियों में आम जनता और फ्रंट लाईन वर्कर तक मास्क पहुंचाना एक चुनौती थी।
आरंभ में संस्था ने अपने स्तर पर मास्क के लिए कपड़ा क्रय करके महिला मंडलों के माध्यम से 20 हजार मास्क तैयार किए तथा विभिन्न विभागों में कार्यरत फ्रंट लाईन वर्करज को उपलब्ध करवाए । लेकिन देखते ही देखते मास्क की मांग बढ़ने लगी और इस मांग को कम से कम समय में अधिक से अधिक लोगों के लिए पूरा करना था। रेडक्राॅस सोसायटी ने इस कार्य को बखूबी से निभाया।
जिला रेडक्राॅस सोसायटी मण्डी द्वारा लगभग दो लाख मास्क स्वास्थ्य विभाग, क्षेत्रीय चिकित्सालय, मण्डी, श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सा एवं शिक्षा अस्पताल, नैरचैक, समस्त उपमंडलाधिकारियों, व्यापार मंडल, नगर परिषद, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, राज्य नागरिक आपूर्ति निगम, मार्केट कमेटी, विभिन्न कार्यो में कार्यरत मजदूरों, फल व सब्जी विक्रेताओं तथा जिला में कार्यरत स्वयं सेवकों को प्रदान किए गए ।
लाॅकडाउन के कारण पूरा देश बंद था। व्यक्तिगत सुरक्षा किट की उपलब्धता न होना एक समस्या बनकर सामने खड़ी थी । इस समस्या को भी चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए संस्था ने जिला प्रशासन के सहयोग से बरोटीवाला, बद्दी, उना, नंगल, चंडीगढ़ आदि विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों से कच्चा माल एकत्रित करके 2691 व्यक्तिगत सुरक्षा किट तैयार किये गये।
किट में सुरक्षात्मक चश्मा, जूतों के कवर, फेस कवर, ट्रिपल लेयर मास्क, मास्क 95, दस्ताने व पीपीई किट शामिल थे। विभिन्न संस्थानों के फ्रंट लाईन वर्कर को व्यक्तिगत सुरक्षा किट देकर सुरक्षित किया गया।
रेडक्राॅस सोसायटी द्वारा एक लाख आठ हजार मिलीलीटर सैनीटाईजर विभिन्न संस्थाओं को उपलब्ध करवाने के अलावा 15 हजार मिलीलीटर सोडियम हाईपोक्लाराईड विभिन्न संस्थानों से जुटा कर चिकित्सा संस्थानों व सब्जी मंडियों में छिड़का गया ।
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने बारे आवश्यक परामर्श दिए जा रहे थे, जिसके लिए भारतीय चिकित्सा पद्वति को तरजीह दी जाने लगी। परिणामस्वरूप रेडक्राॅस सोसायटी मण्डी द्वारा आयुर्वेद व हौम्योपैथी विभाग के सहयोग से 37500 ग्राम आयुर्वेदिक काढ़ा व होम्योपैथी दवाई जिला की सीमाओं पर कार्यरत फ्रंट लाईन वर्कर को तुरन्त उपलब्ध करवाई गयी।
कोरोना संक्रमण से आम जनमानस को बचाने हेतु संस्था के स्वयंसेवक, सोशल इमरजैंसी रिस्पाॅंस वाॅलंटियरद्ध योद्वा बनकर घर से निकले। ये योद्वा लोगों को जागरूक करने, घर द्वार पर राशन उपलब्ध करवाने, लाॅकडाउन में फंसे लोगों की मदद करने में जुट गए।
मानवता के प्रति समर्पित इस कार्य में 35 हजार के करीब लोगों को राशन उपलब्ध करवाया गया, जिनमें अधिकतर प्रवासी थे। संस्था ने बाहरी राज्यों के 5 परिवारों को गैस कुनैक्शन देकर भी राहत प्रदान की।
अंतिम संस्कार करने में असमर्थ गरीब लोगों के साथ यह संस्था इस शोकाकुल समय में परिवार के सदस्य की तरह शामिल रही। इस संकट काल में संस्था ने 6 लोगों के अंतिम संस्कार में शामिल होकर मानवता का परिचय दिया, जिसमें हमीरपुर का एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति भी शामिल था।
जिला रेडक्राॅस सोसायटी मण्डी के सचिव ओ पी भाटिया का मानना है कि अपार लग्न व सेवाभाव के चलते रेडक्राॅस सोसायटी के कर्मी अपनी बेहतरीन सेवाएं देकर इस वैश्विक महामारी से निपटने में सहयोग दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इन सेवाओं के चलते कर्मियों के उत्साह तथा कर्तव्यनिष्ठा में कभी कोई कमी देखने को नहीं मिली।