राष्ट्रिय विंटर गेम्स प्रतियोगिताएं अगले वर्ष हिमाचल में आयोजित करवाने का किया जाएगा प्रयास: राकेश पठानिया

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नेरवा। चौपाल वन मंडल में 27.4 फीसदी वन क्षेत्र है जिसे बढ़ा कर तीस फीसदी करने की योजना है एवं 15 फीसदी कोर एरिया को बढ़ा कर बीस फीसदी करने की भी योजना सरकार ने बनाई है। यह बात प्रदेश के वन मंत्री राकेश पठानिया ने नेरवा में भाजपा मंडल मिलन कार्यक्रम के दौरान आयोजित एक प्रैस वार्ता के दौरान कही।

उन्होंने कहा कि चौपाल वन मंडल प्रदेश का सबसे बड़ा मंडल है एवं इसे प्रदेश के वनों का सरताज भी कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। चौपाल वन मंडल के अंतर्गत एशिया का सबसे बेहतरीन देवदार पाया जाता है एवं यह प्रदेश को सबसे बड़ा राजस्व प्रदान करने वाला वन क्षेत्र है।

राकेश पठानिया ने कहा कि प्रदेश में इको टूरिजम को बढ़ावा देकर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढाए जायेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने करुणामूलक नौकरियों के कोटे को दो प्रतिशत से बढ़ा कर पांच प्रतिशत करने का निर्णय लिया है।

राकेश पठानिया ने कहा कि क्षेत्र में विंटर गेम्स की अपार संभावनाएं हैं। इन संभावनाओं के मद्देनजर रोहड़ू के चांशल एवं चौपाल क्षेत्र को विंटर गेम्स के लिए विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रयास किया जाएगा कि पिछले 17 सालों से कश्मीर में आयोजित होने वाली राष्ट्रिय विंटर गेम्स प्रतियोगिताएं अगले वर्ष हिमाचल में आयोजित की जाएंगी।

इस विषय को केंद्र सरकार के समक्ष उठाया जा चुका है। वन मंत्री ने कहा कि प्रदेश की हरेक पंचायत में पंचवटी योजना के तहत नवग्रह वाटिकाएँ स्थापित की जाएंगी जिसके माध्यम से प्रत्येक पंचायत में नवग्रहों से सम्बंधित पौधों का रोपण किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सरकार इस योजना के एक पालिसी के रूप में लेकर आई है। योजना के तहत पहले वन विभाग एवं वन निगम के प्रत्येक कार्यालय के सामने नवग्रह वाटिकाएँ बनाई जाएगी। इसके बाद पंचायतों के लिए बनाई गई पंचवटी योजना में नवग्रह वाटिका को स्थान दिया जाएगा।

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