शिमला। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज सोलन जिला के नालागढ़ में स्वच्छता कैफे का शिमला से आॅनलाइन उद्घाटन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य ग्रामीण विकास विभाग ने एक अनूठी प्रयोगात्मक पहल के अन्तर्गत जिला सोलन के नालागढ़ में स्वच्छता कैफे खोला है, जिसका संचालन लक्ष्मी एवं दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा किया जा रहा है। इस कैफे का मुख्य आकर्षण परम्परागत भोजन जैसे मक्की की रोटी व सरसों का साग है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पोलिथीन एवं एकल प्रयोग प्लास्टिक उन्मूलन के लिए प्रदेश सरकार ने बाय बैक पाॅलिसी आरंभ की है, जिसके अंतर्गत लोगों को एकल प्रयोग प्लास्टिक के बदले खाना या अन्य खाद्य पदार्थ देने का प्रावधान किया गया है।
स्वच्छता कैफे के भवन में ही हिम ईरा दुकान भी खोली गई है, जिसमें विभिन्न समूहों द्वारा तैयार उत्पाद व औषधीय पौधों, गिलोय, पुदीना, नीम की पत्तियों का पाउडर, खजूर के पौधों से झाड़ू, टोकरियां एवं घर की गेहूं से बना सीरा, दालें, मसाले, सब्जियां आदि उचित मूल्यों पर बेची जाएंगी। इसके माध्यम से क्षेत्र की गरीब महिलाओं को आजीविका के साधन उपलब्ध होंगे।
प्रधानमंत्री को जन्मदिन की बधाई देते हुए जय राम ठाकुर ने कहा कि यह देश और प्रदेश का सौभाग्य है कि नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत ने पूरे विश्व में अपना सामथ्र्य साबित कर देश को एक नई पहचान दिलाई है। नए भारत की नींव रखने में उन्होंने अग्रणी भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में स्वच्छता पर विशेष बल दिया है तथा इसके अतिरिक्त रोजगार के अवसर प्रदान करने को भी प्राथमिकता दी जा रही है। जिला शिमला के कुफरी में भी स्वच्छता पार्क खोला जा रहा है। इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए स्वच्छता कैफे खोलने के प्रस्तावों पर ग्रामीण विकास विभाग विचार कर रहा है।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस योजना की परिकल्पना राज्य को पोलिथीन मुक्त और स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से की है, इसके अतिरिक्त स्वच्छता को प्रोत्साहन मिलने सेे युवाओं को रोजगार के अवसर और महिला सशक्तिकरण में सहायता मिलेगी।
सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज डाॅ. संदीप भटनागर ने इस कैफे के शुभारंभ के लिए अपना मूल्यवान समय देने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
निदेशक ग्रामीण विकास ललित जैन ने कहा कि यह कैफे एक अनूठी प्रयोगात्मक पहल है, जिसे महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा संचालित किया जा रहा है।