मंडी। मंडी जिला में हर घर पाठशाला कार्यक्रम से 88 हजार से अधिक विद्यार्थी डिस्टेंस लर्निंग कार्यक्रम का लाभ उठा रहे हैं। ये आंकड़ा पहली से 12वीं तक के विद्यार्थियों का है जो इन कक्षाओं में पढ़ रहे बच्चों की कुल संख्या के 77 प्रतिशत के करीब है।
काबिले जिक्र है कि हिमाचल सरकार ने कोरोना संकट के बीच स्कूल बंद होने के चलते बच्चें के लिए ई-लर्निंग और टीचिंग आरंभ की है ताकि कोरोना काल हमारे ‘कल’ यानि बच्चों के भविष्य को न लील सके।
विद्यार्थियों को घर पर ही शिक्षा की सुविधा मिले और उनकी पढ़ाई जारी रहे।
10वीं व 12वीं के बच्चों के लिए डीडी शिमला चैनल पर हर रोज सुबह 10 से 1 बजे तक 3 घंटे की क्लास लगार्ह जा रही है। इसे विभिन्न विषयों पर निरंतर तीन घंटे समयसारिणी के अनुसार चलाया जा रहा है।
डीडी शिमला सभी केबल नेटवर्क के साथ साथ एयरटेल डीटीएच के चैनल नंबर 406 पर भी उपलब्ध है।
वहीं इसके अलावा अध्यापक अन्य कक्षाओं के विद्यार्थियों को व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर पढाई करवा रहे हैं। जिन बच्चों के अभिभावकों के पास समार्ट फोन नहीं है, उनका फोन पर ही पढ़ाई को लेकर मार्गदर्शन कर रहे हैं।
शिक्षा विभाग मंडी के अधिकारियों का कहना है कि सरकार की ‘हर घर पाठशाला’ की यह पहल बच्चों के लिए बेहद कारगर सिद्ध हो रही है। विभाग ने अध्यापकों और बच्चों के बीच समन्वय का प्रभावी तंत्र विकसित किया है।
दूर दराज के क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या और कई अभिभावकों के पास स्मार्ट फोन न होने के चलते डिस्टेंस लर्निंग कार्यक्रम से शत प्रतिशत बच्चों को जोड़ पाना संभव नहीं हो सका है। उनकी मदद के लिए अन्य माध्यमों का सहारा लिया जा रहा है।
अध्यापक ऑन लाईन पढ़ाने के अलावा अपने आस पास के घरों में खुद जाकर निरीक्षण और पढ़ाई को लेकर बच्चों का मार्गदर्शन भी कर रहे हैं। इस सबमें सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना से बचाव को लेकर अन्य निर्देशों का पूरा पालन किया जा रहा है।